जिला स्तर पर खोले जाएंगे खेलो इंडिया सेंटर, वरिष्ठ खिलाड़ी होंगे प्रशिक्षक Prayagraj News
पूर्व खिलाड़ी क्षेत्रीय खेल कार्यालय से फार्म प्राप्त कर सकते हैं। उसे भरकर 24 जुलाई तक जमा करना होगा। उसके बाद प्रशिक्षकों की चयन प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा।
प्रयागराज, जेएनएन। वरिष्ठ खिलाडिय़ों के लिए अच्छी खबर है। खेल मंत्रालय, भारत सरकार जिला स्तर पर खेलो इंडिया सेंटर स्थापित करने जा रही है। पूरे देश में करीब 1000 केंद्र खोले जाएंगे। इसमें खिलाडिय़ों को बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए भूतपूर्व खेल चैंपियनों को नियुक्त करने की तैयारी चल रही है। इससे नए खिलाडिय़ों को जहां अनुभवी प्रशिक्षक मिलेंगे वहीं वरिष्ठ खिलाडिय़ों के लिए भी आय का स्रोत बनेगा।
इन खेलों के प्रशिक्षक कर सकते हैं आवेदन
क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी अनिल तिवारी ने बताया कि खेलो इंडिया योजना के तहत तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, बाक्सिंग, फेंसिंग, फुटबाल, हाकी, जूडो, कबड्डी, रग्बी, तैराकी, टेबुल टेनिस, टेनिस, वॉलीबाल, वेटलिफ्टिंग, कुश्ती के राष्ट्रीय सीनियर चैंपियनशिप एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उपलब्धि हासिल करने वाले पूर्व खिलाड़ी क्षेत्रीय खेल कार्यालय से फार्म प्राप्त कर सकते हैं। उसे भरकर 24 जुलाई तक जमा करना होगा। उसके बाद प्रशिक्षकों की चयन प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा।
खिलाडिय़ों का चयन ऑनलाइन किया जाएगा
कोरोना काल में तमाम चीजें बदल रही हैं। खिलाडिय़ों के चयन व उनकी फिटनेस जांचने का तरीका भी बदल रहा है। 'खेलो इंडिया' के तहत स्कूलों की खेलकूद प्रतियोगिताओं में खिलाडिय़ों का चयन ऑनलाइन करने की तैयारी है। इसके लिए सभी विद्यालयों को खेलो इंडिया एप पर पंजीयन कराना होगा। कोरोना के चलते सभी विद्यालय बंद हैं। इस दौरान स्कूलों में होने वाले खेलकूद भी नहीं हो पा रहे हैं। इसलिए शिक्षा निदेशक (बेसिक) की तरफ से निर्देशित किया गया है कि सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य अपने विद्यालय की ईमेल के जरिए खेलो इंडिया एप पर पंजीकरण कराएं। इस एप के जरिए बच्चों का फिटनेस विवरण भेज दें। फिर उसके जरिए बच्चों का खेलों में चयन किया जाएगा।
बोले, बेसिक शिक्षाधिकारी
बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि खेलो इंडिया एप पर विद्यालयों के पंजीकरण के संदर्भ में दिशा निर्देश मिले हैं। जल्द ही सभी विद्यालयों को इससे जुड़वाने का प्रयास किया जाएगा जिससे विद्यार्थियों की फिटनेस संबंधी तैयारी हो सके।