एक कॉल पर 'आधी आबादी' की सुरक्षा में तत्पर 'खाकी'
प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हर जरूरी कदम उठा रही है। बस एक कॉल पर पुलिस महिलाओं की मदद को दौड़ पड़ती है। प्राथमिकता के आधार पर उनकी समस्याओं का निस्तारण किया जाता है। यही नहीं बकायदा इसकी पूरी रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को भेजी जाती हैं। हर माह इसकी समीक्षा भी होती है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हर जरूरी कदम उठा रही है। बस एक कॉल पर पुलिस महिलाओं की मदद को दौड़ पड़ती है। प्राथमिकता के आधार पर उनकी समस्याओं का निस्तारण किया जाता है। यही नहीं, बकायदा इसकी पूरी रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को भेजी जाती हैं। हर माह इसकी समीक्षा भी होती है।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जिले के सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाई गई है जहां 24 घंटे महिला पुलिसकर्मी पीड़ित महिलाओं की शिकायत सुनकर निस्तारण को लेकर हर संभव कदम उठाती हैं। घरेलू विवाद को पहले बातचीत के माध्यम से हल करने की कोशिश करती हैं। ताकि किसी का घर बिखरने से बच सके। समझौता होने पर बकायदा लिखापढ़ी कराई जाती है। जिन मामलों में समझौता नहीं होता, उसमें पीड़ित महिला की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की जाती है। यूपी 112 महिला पीआरवी चलाई जा रही है। इन पीआरवी में महिला पुलिसकर्मियों को ही रखा गया है। ताकि पीड़ित महिला बेझिझक होकर अपनी समस्याओं को साझा कर सकें। सहायता के लिए जब महिलाएं यूपी 112 पर कॉल करती हैं तो उनको पुलिस की तत्काल सहायता मिलती है। 1090 पर भी त्वरित कार्रवाई
वूमेन पावर लाइन 1090 पर भी महिलाओं की शिकायतों को दर्ज कर संबंधित थाने की पुलिस को मौके पर सहायता के लिए भेजते हैं। बाद में पीड़ित महिला से बातचीत कर समस्या का निस्तारण हुआ या नहीं, जानकारी ली जाती है। पहले होती थी काफी दिक्कत
जिले में महिलाओं से संबंधित रिपोर्ट दर्ज सिर्फ सिविल लाइंस स्थित महिला थाने में होती थी। कई किलोमीटर दूर से चलकर पीड़ित महिला रिपोर्ट दर्ज कराने आती थी, जिसके कारण उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
महिला रिपोíटंग चौकी बनी
गंगापार और यमुनापार में महिला रिपोíटंग चौकी खोली गई। अब महिलाओं की रिपोर्ट दर्ज हो रही है। महिला पुलिसकर्मियों से बिना संकोच के व्यथा बताती हैं। पीड़ित की तहरीर पर तत्काल रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई भी की जाती है।