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प्रयागराज के माघ मेला मेंं डयूटी के साथ-साथ 'खाकी का कल्पवास भी

माघ मेला-2021 में भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती में इस बात का ख्याल रखा जाएगा। पांच हजार पुलिस कर्मी यहां करीब दो महीने तक तैनात रहेंगे लेकिन शर्त होगी कि वह मांस मदिरा आदि तामसिक चीजों का सेवन नहीं करते होंगे।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 07:10 AM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 07:10 AM (IST)
प्रयागराज के माघ मेला मेंं डयूटी के साथ-साथ 'खाकी का कल्पवास भी
माघ मेला की तैयारी शुरू होने के साथ ही सात्विक प्रवृत्ति वाले पुलिसकर्मियों की तलाश शुरू हो गई है।

प्रयागराज, राजेंद्र यादव। प्रयागराज माघ मेला की तैयारी शुरू होने के साथ ही सात्विक प्रवृत्ति वाले पुलिसकर्मियों की तलाश शुरू हो गई है। इसके लिए आसपास के जिलों से पुलिसकर्मी खुद ही आवेदन करने लगे हैं। करीब डेढ़ माह ड्यूटी के साथ मां गंगा की सेवा का भी अवसर मिल जाता है। लगातार कई सालों से मेले में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी पूरी तरह से अध्यात्म में लीन रहते हैं। एक तरह से उनका भी कल्पवास हो जाता है। कोशिश होती है कि किसी भी श्रद्धालु को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए। ऐसे सिपाहियों के लिए प्रयागराज रेंज के जिले के कप्तानों से ब्योरा मांगा गया है।

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सात्विकता पर जोर 

संगम की रेती पर अध्यात्मिक समागम में सात्विकता पर जोर दिया जाता है। माघ मेला-2021 में भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती में इस बात का ख्याल रखा जाएगा। पांच हजार पुलिस कर्मी यहां करीब दो महीने तक तैनात रहेंगे, लेकिन शर्त होगी कि वह मांस, मदिरा आदि तामसिक चीजों का सेवन नहीं करते होंगे। इसके लिए यहां से एडीजी जोन के पास वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा मांग की जाती है। जोन से पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों की व्यवस्था हो गई तो ठीक, अन्यथा दूसरे जोन से पुलिस बल की मांग होती है। इसमें वाराणसी, आगरा जोन प्रमुख रूप से शामिल रहते हैं। इसमें बहुत ऐसे भी होते हैं जो खुद ही माघ मेले में ड्यूटी के लिए इच्छुक होते हैं। बता दें 2017 के माघ मेले में 7,000, 2018 में 6,500, 2019 के कुंभ मेले में 35,000 और 2020 के माघ मेले में 5,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।

स्नान के साथ ही सुनते हैं प्रवचन

धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत पुलिसकर्मी यहां सुबह गंगा स्नान करने के बाद पूजा-पाठ करते हैं। इसके बाद अपनी ड्यूटी पर तैनात होकर स्नानार्थियों के सेवाभाव में जुट जाते हैं। ड्यूटी करते हुए वे यहां प्रवचन भी सुनते रहते हैं। इस दौरान वे एक भी दिन अवकाश नहीं लेते। या यूं कहे कि वह कल्पवासियों की तरह ही यहां रहते हैं।

खास-खास

-13 थाने बनाए जाएंगे

-05 हजार पुलिसकर्मी होंगे तैनात

-08 जिलों से पहले मांगे जाएंगे पुलिसकर्मी

आइजी का है कहना

आइजी रेंज केपी सिंह का कहना है कि माघ मेले में ऐसे पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है, जिनकी छवि अच्छी हो। इसके लिए तैयारी तेज कर दी गई है। रेंज के सभी पुलिस अधीक्षकों को इसके लिए पत्र लिखा गया है। साथ ही बहुत से पुलिसकर्मी स्वेच्छा से ड्यूटी करना चाहते हैं, जिनकी तैनाती की जाती है।

क्या कहते हैं पुलिसकर्मी

कुंभ मेला में ड्यूटी की थी, इससे पहले भी मेला में तैनात रहा हूं। इस बार भी मां गंगा की सेवा का मौका चाहता हूं। यहां नौकरी के साथ पुण्य लाभ भी मिलता है। इसके लिए शीघ्र ही अधिकारियों के पास आवेदन करूंगा।

-आमआसरे, चंदौली

माघ मेले में ड्यूटी करने का अपना ही आनंद है। कई माघ मेले में ड्यूटी कर चुका हूं। थाने में ड्यूटी तो मुस्तैदी से करते हैं, लेकिन माघ मेले में ड्यूटी के साथ ही आस्था से जुडऩे का जो अनुभव होता है उसे वह बयां नहीं कर सकते।

-प्रहलाद कुमार, गाजीपुर

हमेशा कोशिश रहती है कि माघ और कुंभ मेला में ड्यूटी करूं। अधिकारी भी हमेशा प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए भेज देते हैं। चित्रकूट में तैनाती है, इस बार भी गंगा मां की कृपा हुई तो ड्यूटी लगेगी। यहां ड्यूटी के साथ कल्पवास भी हो जाता है।

-राम मनोहर, जौनपुर


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