कश्मीरी सेब के भाव में बिका कौशांबी का सुर्खा अमरूद
गणेश चतुर्थी व्रत पर मांग अधिक होने के कारण कौशांबी का मशहूर सुर्खा अमरूद अधिक दाम में बिका। इसकी मांग देश और विदेश में है।
प्रयागराज : गंगा-जमुना के बीच के भाग दोआबा यानी कौशांबी जिला अमरूद की पैदावार को लेकर प्रदेश भर में प्रसिद्ध हैं। यहां के सुर्खा की प्रजाति देश के अलावा विदेशों में भी अपनी अलग छाप बनाए हुए हैं। जनपद के बाजारों में अमरूद बड़े पैमाने पर बिका। हालांकि इसका भाव कश्मीरी सेब से भी ज्यादा रहा।
गणेश चतुर्थी पर्व को लेकर सुर्खा की बढ़ी मांग
कौशांबी के प्रसिद्ध अमरूद सुर्खा की डिमांड इतनी रहती है कि लोग देश और विदेश तक भी ले जाते या फिर भेजते हैं। हालांकि गणेश चतुर्थी पर्व के निकट होने के कारण सुर्खा की मांग जनपद में और बढ़ गई है। गणेश चतुर्थी पर व्रत रखकर महिलाएं सूर्यास्त के बाद पूजा-अर्चना के दौरान श्री गणेश को अमरूद का भोग लगाती हैं। इसकी वजह से पर्व की पूर्व संध्या पर जनपद की बाजारों में अमरूद का भाव 100 रुपये प्रति किलो से भी ज्यादा रहा।
जेब हुई ढीली
जबकि जिले में पैदावार होने के कारण अब तक सुर्खा अमरूद 20 से लेकर 30 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा था। अन्य जनपदों में सइका रेट अधिक है। गणेश चतुर्थी पर्व की वजह से यह रेट में कश्मीरी सेब को भी पीछे छोड़ गया। बुधवार को लोगों ने पूजन सामग्रियों को खरीदा। जब अमरूद का भाव लिया तो उनकी जेब ढीली हो गई। पूजा में अमरूद का फल आवश्यक होने की वजह से गरीब तबके के लोगों ने 100-250 ग्राम तक की ही खरीदारी की।