Move to Jagran APP

कश्मीरी सेब के भाव में बिका कौशांबी का सुर्खा अमरूद

गणेश चतुर्थी व्रत पर मांग अधिक होने के कारण कौशांबी का मशहूर सुर्खा अमरूद अधिक दाम में बिका। इसकी मांग देश और विदेश में है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 07:04 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jan 2019 06:30 AM (IST)
कश्मीरी सेब के भाव में बिका कौशांबी का सुर्खा अमरूद

प्रयागराज : गंगा-जमुना के बीच के भाग दोआबा यानी कौशांबी जिला अमरूद की पैदावार को लेकर प्रदेश भर में प्रसिद्ध हैं। यहां के सुर्खा की प्रजाति देश के अलावा विदेशों में भी अपनी अलग छाप बनाए हुए हैं। जनपद के बाजारों में अमरूद बड़े पैमाने पर बिका। हालांकि इसका भाव कश्मीरी सेब से भी ज्यादा रहा।

loksabha election banner

गणेश चतुर्थी पर्व को लेकर सुर्खा की बढ़ी मांग

कौशांबी के प्रसिद्ध अमरूद सुर्खा की डिमांड इतनी रहती है कि लोग देश और विदेश तक भी ले जाते या फिर भेजते हैं। हालांकि गणेश चतुर्थी पर्व के निकट होने के कारण सुर्खा की मांग जनपद में और बढ़ गई है। गणेश चतुर्थी पर व्रत रखकर महिलाएं  सूर्यास्त के बाद पूजा-अर्चना के दौरान श्री गणेश को अमरूद का भोग लगाती हैं। इसकी वजह से पर्व की पूर्व संध्या पर जनपद की बाजारों में अमरूद का भाव 100 रुपये प्रति किलो से भी ज्यादा रहा।

जेब हुई ढीली

जबकि जिले में पैदावार होने के कारण अब तक सुर्खा अमरूद 20 से लेकर 30 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा था। अन्य जनपदों में सइका रेट अधिक है। गणेश चतुर्थी पर्व की वजह से यह रेट में कश्मीरी सेब को भी पीछे छोड़ गया। बुधवार को लोगों ने पूजन सामग्रियों को खरीदा। जब अमरूद का भाव लिया तो उनकी जेब ढीली हो गई। पूजा में अमरूद का फल आवश्यक होने की वजह से गरीब तबके के लोगों ने 100-250 ग्राम तक की ही खरीदारी की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.