प्रयागराज में मऊदोस्तपुर की काशीराम आवासीय कॉलोनी बदहाल, चार सौ में 350 परिवार कर चुके हैं पलायन
कॉलोनी वासियों ने बताया कि बिजली के खंभों में स्ट्रीट लाइट न लगी होने से शाम होते ही समूची कॉलोनी अंधकार में डूब जाती है।
प्रयागराज,जेएनएन। जिले में मऊआइमा के मऊदोस्तपुर गांव मेंं काशीराम आवासीय कॉलोनी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में वीरान होती जा रही है। इसमें रहने वाले अधिकांश लोग ताला लगाकर बड़ी संख्या में पलायन कर चुके हैं।एक दशक पूर्व बनी कॉलोनी में अब महज चार दर्जन परिवार ही रह रहे हैं।उक्त परिवारों में सुरक्षा को लेकर भय का माहौल है।
चार सौ में 350 परिवार कर चुके हैं पलायन
मऊआइमा नगर पंचायत द्वारा कस्बे के गरीब परिवारों को आवासीय सुविधा मुहैया कराए जाने के लिए एक दशक पूर्व मऊदोस्तपुर में काशीराम आवासीय कॉलोनी बनायी गयी।निर्माण कार्य पूरा होने के बाद 402 परिवारों को रहने के लिए आवंटित की गयी।शुरुआत में अधिकांश परिवार कॉलोनी के आवास में शिफ्ट हो कर रहने लगे।बस्ती से हट कर वीरान जगह बनी इस कॉलोनी के आसपास जुए के अड्डों के संचालन से अराजक तत्वों का जमावड़ा बना रहता है।चोर उचक्के और खुराफाती तत्वों की सक्रियता तथा कॉलोनी की रेखदेख अभाव के चलते धीरे धीरे यहाँ रहने वाले परिवार अपने आवासों में तालाबंदी करके खिसकने लगे।कॉलोनी में रहने वाले बालकेश,सुरेश,आसमा, नफीसा,आदि ने बताया कि कॉलोनी के निर्माण के बाद कुछ दिनों तक तो सारी सुविधाएं मिली लेकिन बाद में प्रशासनिक अनदेखी के चलते लोग आवास छोड़कर अन्यत्र चले गये।
शाम होते ही अंधेरे के आगोश में खो जाती है कॉलोनी
कॉलोनी वासियों ने बताया कि बिजली के खंभों में स्ट्रीट लाइट न लगी होने से शाम होते ही समूची कॉलोनी अंधकार में डूब जाती है।जलापूर्ति के लिए लगी मोटर जलने पर महीनों पेयजल संकट से जूझना पड़ता है।कॉलोनी वासियों की माने तो काशीराम आवासीय कॉलोनी के आसपास बैठने वाली जुए की फड़ों के चलते आपराधिक किस्म के लोगों का आवागमन बना रहता है जिससे यहां रहने वाले परिवारों में डर व भय का माहौल बना रहता है।