माघ मेला में आने लगे कल्पवासी, बसने लगी तंबुओं की नगरी लेकिन काम अभी अधूरा
माघ मेला में कल्पवास के लिए आ रहे लोगों से संगम की रेती गुलजार हो गई है। पांटून पुलों पर गाड़ियों के जाम से दुपहिया गाड़ी से चलने वालों की भी आफत हो गई है और पुलिस कर्मियों की सीटियां गलत रास्ते पर जाने वालों को रोक रही हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। ट्रैक्टर ट्रालियों पर पुआल, रजाई गद्दे और गृहस्थी, कहीं सिर पर बोरे लादकर पग-पग चलते श्रद्धालुओं का हुजूम तो कहीं टेंट लगाने के लिए जमीन व्यवस्थित करने में पसीना बहाते लोग। माघ मेला क्षेत्र में कल्पवास के लिए आ रहे लोगों से संगम की रेती कुछ इसी तरह से गुलजार हो गई है। पांटून पुलों पर गाड़ियों के जाम से दुपहिया गाड़ी से चलने वालों की भी आफत हो गई है और पुलिस कर्मियों की सीटियां गलत रास्ते पर जाने वालों को रोक रही हैं। माघ मेले में कल्पवास की शुरुआत वैसे तो पौष पूर्णिमा से होगी और यह 17 जनवरी को है। लेकिन मकर संक्रांति स्नान पर्व 14 जनवरी को है। इसलिए मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, साधु संन्यासियों के पहुंचने का क्रम जारी है। मंगलवार को भी मेला क्षेत्र में हजारों लोगों का प्रवेश हुआ।
इन राज्यों से आ रहे हैं कल्पवासी
मध्य प्रदेश, राजस्थान, बुंदेलखंड, पूर्वांचल के जिलों, रायगढ़, छत्तीसगढ़, बिहार से भी कल्पवासी बड़ी संख्या में आ रहे हैं। इन्हें समय रहते अपने तंबुओं में बस जाने की जल्दी है लेकिन कई दिनों की बारिश से गीली हुई जमीन इनके कार्य में बाधा बन रही है।
कमिश्नर, डीएम, एसएसपी ने तैयारियों का लिया जायजा
करीब दो महीने तक चलने वाले आस्था के मेले माघ मेले का पहला स्नान पर्व मकर संक्रांति शुक्रवार को है। स्नान पर्व को दो दिन बचे हैं। लेकिन गंगा तीरे तंबुओं की नगरी नहीं बस पाई है। तंबुओं की नगरी बसाने में बारिश बाधक बनी और चार दिन तक कुछ काम नहीं हाे पाया। अब मौसम निकला तो काम तेजी से शुरू हुआ है। सभी काम अब दो दिन में पूरे करने हैं। कमिश्नर संजय गोयल, डीएम संजय कुमार खत्री और एसएसपी अजय कुमार ने मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सड़कों, पानी सप्लाई और शौचालय का काम अधूरा देख कमिश्नर नाराज हुए। उन्होंने इन विभागों के अफसरों को फटकार लगाई और जल्द से जल्द से पूरा करने को कहा।गंगा तीरे 14 जनवरी से मेला शुरू होकर एक मार्च तक मेला रहेगा।
देश विदेश से आते हैं मेले में सैलानी
मेले में देश विदेश से श्रद्धालु आते हैं। मेला बसाने का काम दो महीने पहले से शुरू हो गया था। कई विभाग लगकर इसकी तैयारी कर रहे हैं। पांच जनवरी तक इसे तैयार कर देना था। लेकिन अब तक तैयार नहीं हुआ है। बारिश से लगभग सभी सड़कें धंस गई है। गाटा मार्ग पर सड़कें ही नहीं बनी है। जल निगम हर सेक्टर में पानी की पाइप लाइन नहीं बिछा पाया है। मेला प्रशासन की ओर से स्नान घाट तैयार नहीं हुआ है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से घाट पर पानी भर गया और वहां पर दलदल है। हर सेक्टर घाट बनना है लेकिन अब तक किसी भी सेक्टर का घाट पूरी तरह से तैयार नहीं है। तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे संजय गोयल ने अधिकारियों को फटकार लगाई। कहा कि श्रद्धालु आने लगे हैं। शुक्रवार को पहला स्नान पर्व है। उससे पहले सभी काम पूर न हुए तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को अतिरिक्त श्रमिक लगाकर काम कराने को कहा।
जंक्शन, मेला के रास्ते और पार्किंग का लिया जायजा
मेला का निरीक्षण करने से पहले डीएम संजय कुमार खत्री और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने रेलवे स्टेशन जंक्शन पहुंचकर वहां की तैयारी देखी। वहां पर श्रद्धालुओं के लिए मार्ग, रुकने एवं पार्किंग स्थल का जायजा लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिया। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि श्रद्धालुओं के आवागमन को देखते हुए मार्गों का भ्रमण कर जहां पर भी जर्जर तार और खंभे हैं, उसे उसे तुरंत बदल दें। रास्ते में किसी भी प्रकार की दुर्घटना न होने पाए। उन्होंने मेला पार्किंग स्थलों का भी निरीक्षण किया। कहा कि प्रत्येक पार्किंग स्थल पर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी। यातायात पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया है कि सुनियोजित ढंग से शहरी क्षेत्रों में साइनेज आदि की व्यवस्था कराए।
दुकानों पर लगेगी रेट लिस्ट
डीएम ने अभिहित अधिकारी ममता चौधरी को निर्देशित किया है कि मेला में लगने वाली दुकानें मनमानी दाम पर सामान न बेच सके, इसकी निगरानी करें। सभी दुकानों पर रेल लिस्ट लगवाएं। मनमानी दाम पर सामान बेचे तो दुकानदारों का लाइसेंस निरस्त करें। कोरोना में कोताही नहीं डीएम ने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एके तिवारी से कहा कि मेले में साफ-सफाई और सेनेटाइजेशन आदि की व्यवस्था बेहतर करें। कोविड की जांच नियमित कराते रहे। मेला में आरटीपीसीआर की रिपोर्ट साथ लाना आवश्यक है।