मासूम बेटे को यमुना में फेंक खुद लगाई छलांग
किला कर्मी ने अपने सात साल के मासूम बेटे को पुल से यमुना में फेंक दिया। फिर खुद आत्महत्या के लिए नए यमुना पुल से छलांग लगा दी। मासूम बच्चा बहता हुआ लवायन कला घाट पर मछुआरों को मिल गया। मल्लाओं ने उसे बचा लिया। मासूम होश में आया तो उसने पूरी कहानी बताई। सैन्य कर्मी का पता नहीं चल सका है। मंगलवार को गोताखोरों से उसकी तलाश कराई जाएगी। बच्चे ने पुलिस को बयान दिया कि कुछ माह पहले उसकी मां ने आत्महत्या कर ली थी, तभी से पिता परेशान थे।
इलाहाबाद : किला कर्मी ने अपने सात साल के मासूम बेटे को पुल से यमुना में फेंक दिया। फिर खुद आत्महत्या के लिए नए यमुना पुल से छलांग लगा दी। मासूम बच्चा बहता हुआ लवायन कला घाट पर मछुआरों को मिल गया। मल्लाओं ने उसे बचा लिया। मासूम होश में आया तो उसने पूरी कहानी बताई। सैन्य कर्मी का पता नहीं चल सका है। मंगलवार को गोताखोरों से उसकी तलाश कराई जाएगी। बच्चे ने पुलिस को बयान दिया कि कुछ माह पहले उसकी मां ने आत्महत्या कर ली थी, तभी से पिता परेशान थे।
लवायन कला घाट पर मल्लाओं को बेहोशी की हालत में पानी में मिले बच्चे ने अपना नाम विवेक बताया। वह पिता का नाम विशेश्वर बता रहा है। वह केंद्राचल कालोनी, धूमनगंज का रहने वाला है। विवेक का कहना है कि उसकी मा श्रेया ने इसी साल अप्रैल महीने में आत्महत्या कर ली थी। विवेक के मुताबिक, तब से पापा परेशान थे। सोमवार सुबह मुझे अपनी बाइक लेकर नये पुल पर पहुंचे। मुझे गले लगाया, प्यार किया और अचानक पुल से नीचे पानी में फेंक दिया। बच्चे की बात सुन पुलिस सन्न रह गई। जांच के लिए पुल पर पहुंची तो गार्ड ने कहा कि एक शख्स पुल से कूदा था। पुल पर लाल रंग की पल्सर भी मिल गई। विवेक ने पल्सर पहचान ली। वह उसके पिता की है। पुलिस मान रही है कि विवेक को पुल से फेंकने के बाद सैन्य कर्मी ने खुद भी छलांग लगा दी थी। इंस्पेक्टर पीके मिश्रा ने बताया कि उन्हें देर शाम सूचना मिली थी। बच्चे को औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने चाइल्ड लाइन भेज दिया है। विवेक का कहना है कि उसके पिता किला कर्मी हैं। पुलिस का कहना है कि सुबह गोताखोरों को पानी में उतारा जाएगा।