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यूपी में शिक्षा सेवा अधिकरण के मुद्दे पर नौ मार्च तक जारी रहेगा वकीलों का न्यायिक कार्य बहिष्कार

इलाहाबाद हाई कोर्ट के वकीलों का न्यायिक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुरूप वे नौ मार्च को प्रयागराज बंद करेंगे। इसके बाद न्यायिक कार्य बहिष्कार खत्म करने को लेकर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन विचार करेगा।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Thu, 04 Mar 2021 10:27 PM (IST)Updated: Thu, 04 Mar 2021 10:30 PM (IST)
यूपी में शिक्षा सेवा अधिकरण के मुद्दे पर नौ मार्च तक जारी रहेगा वकीलों का न्यायिक कार्य बहिष्कार
यूपी में शिक्षा सेवा अधिकरण के मुद्दे पर नौ मार्च तक वकीलों का न्यायिक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।

प्रयागराज [राज्य ब्यूरो]। इलाहाबाद हाई कोर्ट के वकीलों का न्यायिक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुरूप वे नौ मार्च को प्रयागराज बंद करेंगे। इसके बाद न्यायिक कार्य बहिष्कार खत्म करने को लेकर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन विचार करेगा। यह निर्णय गुरुवार को न्यायविद हनुमान मंदिर के पास चल रही एसोसिएशन की आमसभा में लिया गया। एसोसिएशन ने शिक्षा सेवा अधिकरण के मामले में हाई कोर्ट की ओर से स्वत: संज्ञान लेते हुए आदेश पारित करने का स्वागत करते हुए मुख्य न्यायाधीश का आभार ज्ञापित किया।

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वकीलों को समर्थन देने के लिए सभा स्थल पर पहुंचे पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह ने सरकार के निर्णय को तानाशाही पूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि वकीलों की लड़ाई में कांग्रेस कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी। एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राधाकांत ओझा ने कहा कि प्रयागराज से सरकारी मुख्यालयों को हटाने के गैरजिम्मेदाराना निर्णय से हर वर्ग के लोगों में असंतोष है। एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जमील अहमद आजमी ने कहा कि अधिकरण के मुद्दे पर वकील किसी कीमत पर नहीं झुकेंगे।

सभा की अध्यक्षता कर रहे एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्रनाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अधिकरण की मुख्य पीठ प्रयागराज में स्थापित न करके मनमानी कार्रवाई की है। संचालन कर रहे महासचिव प्रभाशंकर मिश्र ने अधिकरण के मुद्दे पर हाई कोर्ट द्वारा पारित किए गए आदेश के प्रति मुख्य न्यायाधीश का आभार ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज बंद के लिए हर संगठन व वर्ग ने समर्थन दिया है। ऐसी स्थिति में निर्णय वापस नहीं लिया जा सकता। प्रयागराज बंद करने के बाद न्यायिक कार्य पर निर्णय लिया जाएगा। सभा में अभिषेक शुक्ल, राजेंद्र कुमार सिंह, दिलीप पांडेय, राजेंद्र सिंह, मंजू पांडेय, दुर्गेश चंद्र तिवारी आदि ने विचार व्यक्त किए।

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