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ध्यान दें प्रयागराज के कारोबारी, एक अक्टूबर से बिल पर फूड लाइसेंस का नंबर लिखना अनिवार्य

कैट के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल ने कहा कि एक अक्टूबर से बिल पर फूड लाइसेंस का नंबर लिखना अनिवार्य है। कानून के मुताबिक जिसके पास लाइसेंस नहीं हो उसे खाने की वस्तु नहीं बेची जाए। बहुत से छोटे दुकानदारों के पास लाइसेंस नहीं है।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Mon, 06 Sep 2021 06:40 AM (IST)Updated: Mon, 06 Sep 2021 06:40 AM (IST)
ध्यान दें प्रयागराज के कारोबारी, एक अक्टूबर से बिल पर फूड लाइसेंस का नंबर लिखना अनिवार्य
व्यापारियों ने कहा, लाइसेंस का नवीनीकरण न कराने पर सौ रुपये प्रतिदिन लेटफीस लेना उचित नहीं

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट), खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की गोष्ठी में कैट के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल ने कहा कि एक अक्टूबर से बिल पर फूड लाइसेंस का नंबर लिखना अनिवार्य है। कानून के मुताबिक जिसके पास लाइसेंस नहीं हो, उसे खाने की वस्तु नहीं बेची जाए। बहुत से छोटे दुकानदारों के पास लाइसेंस नहीं है।

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100 रुपये प्रतिदिन लेटफीस लगना उचित नहीं है

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लाइसेंस का एक महीने पहले नवीनीकरण न कराने पर 100 रुपये प्रतिदिन लेटफीस लगना उचित नहीं है। अभिहीत अधिकारी ममता चौधरी एवं मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी केके त्रिपाठी ने बिल पर फूड लाइसेंस का नंबर लिखने के मसले पर कहा, साफ्टवेयर में सुधार न हो पाने और सालभर के लिए बिल बुक के छप जाने पर उसमें मुहर बनवाकर लगवाई जा सकती है। पुराने लाइसेंस की आइडी पासवर्ड भूल जाने अथवा बदलवाने के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन प्राधिकरण को मेल करना पड़ेगा। नई आइडी पासवर्ड मिल जाएगा।

जेल तेल को बेचकर कमाएं कुछ और पैसा

अधिकारियों ने कहा कि प्रयागराज में दो कंपनियां बायोडीजल बना रही हैं। वह रेस्टोरेंट संचालकों, हलवाई एवं कैटरिंग का काम करने वालों से जले तेल खरीदती हैं। लिहाजा, व्यापारी जले तेल को फेंकने के बजाय कंपनियों को बेचकर कुछ पैसे कमाएं। पार्टी होने पर बचे खाने को राबिनहुड नामक संस्था को उपलब्ध कराने के लिए भी कहा। ताकि जरूरतमंदों को बांटा जा सके।

फलों व सब्जियों को लाने पर पानी में भिगो दें

सब्जी एवं फल में पेस्टीसाइड के सवाल पर अधिकारियों ने कहा कि यहां सब्जियों को रंगने और आक्सीटोसिन के इस्तेमाल के मामले सामने नहीं आए हैं। लेकिन, फलों और सब्जियों को खरीदकर लाने के बाद कुछ देर पानी में भिगो दें। बताया कि अब उत्पादों पर एक्सपायरी डेट की जगह बेस्ट बिफोर लिखा होता है। इससे साफ है कि कोई वस्तु अंकित तिथि के बाद जहर नहीं होगी मगर, गुणवत्ता में कमी होने लगती है। जिलाध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। गोष्ठी में प्रदेश उपाध्यक्ष विभु अग्रवाल, अजय गुप्ता, तरुण सावला, राजेश अग्रवाल, दिनेश केसरवानी, अनूप जायसवाल, राजमोहन पुरवार आदि शामिल थे।


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