शिकायतों का पुलिंदा लेकर लौटी केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जांच कमेटी Prayagraj News
मंत्रालय ने एक माह में रिपोर्ट भी देने को कहा है। सात फरवरी को कमेटी इविवि से जांच कर लौटी तो 16 फरवरी तक शिकायत का मौका दे गई। ऐसे में यह तय हो गया कि जांच की अवधि बढ़ सकती है।
प्रयागराज,जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू पर लगे वित्तीय, प्रशासनिक और शैक्षणिक अनियमितता के आरोप की जांच के लिए गठित कमेटी सोमवार को फिर पहुंची। हालांकि, कमेटी के सदस्य इस बार चैथम लाइन स्थित इविवि के गेस्ट हाउस तक ही सीमित रहे और शिकायतों का पुलिंदा लेकर जांच कमेटी लौट गई। अब कमेटी तीसरी बार 13 मार्च को दो दिन के लिए आएगी। शिकायतकर्ता सीधे कमेटी के सदस्यों से शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
पूर्व कुलपति के खिलाफ मिली 54 शिकायतों का गहनता से किया अध्ययन
पूर्व कुलपति प्रो. हांगलू के इस्तीफे के बाद राष्ट्रपति एवं इविवि के विजिटर रामनाथ कोविंद के निर्देश पर तीन जनवरी को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) ने जांच कमेटी गठित की थी। कमेटी के चेयरमैन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विवि (इग्नू) के कुलपति प्रो. नागेश्वर राव और गुजरात केंद्रीय विवि के कुलपति प्रोफेसर रमाशंकर दूबे सोमवार को इविवि के गेस्ट हाउस पहुंचे। कमेटी में शामिल इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विवि अमरकंटक मध्य प्रदेश के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी महाराष्ट्र के राज्यपाल के साथ किसी कार्यक्रम में शामिल होने के चलते नहीं आ सके। पिछली बार टीम सात फरवरी को आई थी तब कोई अहम सबूत हाथ नहीं लगे थे। इस बार कमेटी ने 16 फरवरी तक पूर्व कुलपति के खिलाफ मिले 54 शिकायतों का दिनभर गहनता से अध्ययन किया।
कार्यवाहक कुलपति और रजिस्ट्रार से की बातचीत
कमेटी ने कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी और रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल से करीब 20 मिनट तक बातचीत के बाद दस्तावेज लेकर चली गई। कमेटी के नोडल अफसर और इविवि के रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल ने बताया कि अब कमेटी 13 मार्च को दो दिन के लिए आएगी। वह पूर्वाह्न 11:30 बजे से शाम पांच बजे तक फिर 14 मार्च को सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक लोगों की शिकायतें सुनेगी।
फिलहाल अभी लंबी खिंचेगी जांच
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) पूर्व कुलपति प्रो. हांगलू के खिलाफ जांच पूरी करने के लिए एक महीने का समय तय किया था। जांच कमेटी के अध्यक्ष के बदलने के बाद 21 जनवरी को कमेटी का फिर से गठन किया गया। मंत्रालय ने एक माह में रिपोर्ट भी देने को कहा है। सात फरवरी को कमेटी इविवि से जांच कर लौटी तो 16 फरवरी तक शिकायत का मौका दे गई। ऐसे में यह तय हो गया कि जांच की अवधि बढ़ सकती है। हालांकि, शिकायतों के लिए दोबारा अवसर देने से तय हो गया है कि अभी जांच लंबी खिंचेगी।
कमेटी से छात्रसंघ बहाली की उठाई मांग
इविवि के छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व रजिस्ट्रार कर्नल हितेश लव और छात्रसंघ बहाली की मांग उठाई। इसके लिए जांच कमेटी से मुलाकात कर ज्ञापन भी सौंपा। बताया कि कर्नल हितेश लव की बर्खास्तगी के मुद्दे पर विचार करते हुए हाईकोर्ट ने ट्रिब्यूनल गठित करने का आदेश दिया था। हालांकि, अब तक ट्रिब्यूनल का गठन नहीं हो सका। एक प्रतिनिमंडल ने हिंदी विभाग की क्रेट-2019 में हुई अनियमितता की भी शिकायत की। इस दौरान पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव, अजय सम्राट, जितेश मिश्र, पृथ्वी प्रकाश, सत्यम कुशवाहा, मसूद अंसारी, अजय बागी, शकील, हरीश, सलाहुद्दीन, आदित्य कुमार आदि मौजूद रहे।