CoronaVirus संक्रमण काल में आर्थिक संकट झेल रहे अंतर जिला स्थानांतरित शिक्षक, तीन माह से नहीं मिला वेतन
अंतरजनपदीय स्थानांतरण से आए शिक्षक सुधेश पांडेय का कहना है कि तीन माह से वेतन भुगतान न होने के कारण घर का खर्च व दवा आदि जरूरतें भी पूरी नहीं हो पा रही हैं। तमाम शिक्षकों ने लोन ले रखा है उसे भी जमा करने में मुश्किल आ रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। बेसिक शिक्षा परिषद के करीब 700 शिक्षक अंतरजनपदीय स्थानांतरण के तहत प्रयागराज आए। करीब तीन महीने का समय बीत जाने के बाद भी इन्हें वेतन के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
पिछले साल 31 दिसंबर को अंतरजनपदीय स्थानांतरण हुए थे। उनके नए स्थानांतरित जनपदों में एक और दो फरवरी को कार्यमुक्त करके 4 फरवरी को पदस्थापना दी गई। तीन माह बीत जाने के बाद भी स्थानांतरित शिक्षकों और पारस्परिक स्थानांतरण के तहत आए अध्यापकों को वेतन भुगतान की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।
सेवा पुस्तिका और एलपीसी 12 फरवरी को भेजने का था निर्देश
अंतरजनपदीय स्थानांतरित शिक्षकों की सेवा पुस्तिका और एलपीसी 12 फरवरी को ही भेजे जाने का निर्देश हुआ था। तीन बार सचिव बेसिक शिक्षा परिषद और शिक्षा निदेशक के आदेश जारी करने के बाद भी प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। इसकी वजह से शिक्षकों के समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो चुका है। कोरोना महामारी के कारण स्थिति और भी बिगड़ रही है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी से वेतन भुगतान की मांग
अंतरजनपदीय स्थानांतरण से आए शिक्षक सुधेश पांडेय का कहना है कि तीन माह से वेतन भुगतान न होने के कारण घर का खर्च व दवा आदि की जरूरतें भी पूरी नहीं हो पा रही हैं। तमाम शिक्षकों ने लोन ले रखा है, उसे भी जमा करने में मुश्किल आ रही है। बच्चों की फीस भी अब तक नहीं जमा हो सकी है। इसी तरह शिक्षक विवेकानंद ने भी अपनी समस्या बताई। शिक्षक हरिशंकर ओझा, राजेन्द्र प्रसाद, प्रशांत मिश्रा, आशुतोष शुक्ला, संजीव त्रिपाठी, राकेश विश्वकर्मा, शेषमणि शुक्ला, विनीत जायसवाल, भावना श्रीवास्तव, नेहा मिश्रा, नीलम चौधरी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से तुरंत शिक्षकों के वेतन भुगतान की मांग की है।