UPPSC भर्ती प्रक्रिया की जांच तेज, CBI ने दो दर्जन से अधिक चयनितों को भेजा समन
सीबीआइ ने पीसीएस 2011 2015 व एपीएस 2010 के दो दर्जन से अधिक चयनितों को पूछताछ के लिए दिल्ली स्थित मुख्यालय तलब किया है।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) की भर्ती प्रक्रिया की जांच कर रही सीबीआइ ने अपनी प्रक्रिया तेज कर दी है। सीबीआइ ने पीसीएस 2011, 2015 व एपीएस 2010 के दो दर्जन से अधिक चयनितों को पूछताछ के लिए दिल्ली स्थित मुख्यालय तलब किया है। सारे चयनितों को समन भेजकर कर 12 से 17 अक्टूबर के बीच मुख्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया है। पूछताछ के बाद सीबीआइ अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी, क्योंकि 20 अक्टूबर से पहले हाई कोर्ट में उक्त मामले की सुनवाई होनी है। सुनवाई से पहले सीबीआइ अपना पक्ष मजबूत करना चाहती है।
सीबीआइ को लोकसेवा आयोग की ओर से 2012 से 2016 तक कराई गई तकरीबन 550 से अधिक भर्ती परीक्षाओं व परिणामों की जांच करनी है। इसके मद्देनजर सीबीआइ की टीम समय-समय पर आयोग आकर पूछताछ करने के साथ जरूरी दस्तावेजों की पड़ताल करती रही है, लेकिन प्रक्रिया सुस्त होने पर प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अवनीश पांडेय ने समयबद्ध जांच के लिए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल किया है। हाई कोर्ट में उसी की सुनवाई होनी है। सीबीआइ उसके पहले जरूरी प्रक्रिया पूरी करने में जुटी है। इसके मद्देनजर सीबीआइ की टीम ने 20 से 24 सितंबर तक आयोग में जांच करने में जुटी रही।
जांच का मुख्य केंद्र पीसीएस 2011 व 15 के साथ एपीएस 2010 की भर्ती रही। टीम के सदस्यों ने उससे जुड़ी फाइलों को खंगाला। कंप्यूटर में दर्ज परीक्षा से जुड़े ब्योरा को जांच। साथ ही जांची गई कापियों को निकलवाकर देखा। पीसीएस 2011 की भर्ती परीक्षा स्केलिंग में नंबर बढ़ाने व घटाने की प्रक्रिया की जांच किया। पीसीएस 2015 की स्केलिंग व मॉडरेशन में अपनाई गई प्रक्रिया को समझा। यहां से जाते समय सीबीआइ पीसीएस व एपीएस भर्ती से जुड़ी पांच दर्जन से अधिक फाइलें और रिकॉर्ड, कंप्यूटर में फीड डाटा के साथ अधिकारियों व कर्मचारियों से हुई पूछताछ के आधार पर बनी रिपोर्ट लेकर गई थी।