प्रयागराज में मार्मिक घटना, बरात में डीजे से दबने से युवक की चली गई जान, दो अस्पताल में भर्ती
कृष्ण कुमार 25 पुत्र भानू प्रताप निवासी पुरे विक्रमशाह की घटनास्थल पर मौत हो चुकी थी। वहीं सुखराज निवासी ग्राम समरुआ एवं मेंल्हन निवासी मकुनपुर हनुमानगंज गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हादसे के बाद वहां से डीजे चालक फरार हो गया। आक्रोशित लोगों ने डीजे क्षतिग्रस्त कर दिया।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज के गंगापार में एक मार्मिक घटना हुई। फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के देवली गांव में शुक्रवार की रात गांव में शादी थी। गाजे-बाजे के साथ बरात पहुंची। बराती डीजे पर बज रहे गीतों की धुन पर नृत्य कर रहे थे। डीजे वाहन चल रहा था और लोग नाच में व्यस्त थे। इसी दौरान कुछ बराती एक-दूसरे से धक्का लगने के कारण नीचे गिर गए। डीजे वाहन के पहिये के नीचे आने से एक युवक की मौत हो गई जबकि दो लाेग जख्मी हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया और शव कब्जे में ले लिया।
फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के देवली गांव निवासी स्वर्गीय हीरा लाल बिंद की पुत्री की शादी जौनपुर जनपद के मुगरा बादशाहपुर थाना क्षेत्र के समसपुर गंव के राजेंद्र प्रसाद बिंद के बेटे सुरेश कुमार से तय थी। निर्धारित तिथि पर शुक्रवार की रात बरात पहुंची। जलपान करने के बाद बराती डीजे की धुन पर नाचते-गाते नृत्य करते चल रहे थे। लोगों में उत्साह था। बरात कन्या पक्ष के घर से अभी कुछ दूर ही थी कि हादसा हो गया। नाचने की धुन में आपस में टकराने से कुछ बराती नीचे गिर पड़े और उनके ऊपर से डीजे वाहन चढ़ गया। हो-हल्ला मचने पर हादसे का पता चला तो किसी प्रकार लोगों ने डीजे के नीचे फंसे बरातियों को बाहर निकाला।
इस दौरान कृष्ण कुमार 25 पुत्र भानू प्रताप निवासी पुरे विक्रमशाह की घटनास्थल पर मौत हो चुकी थी। वहीं सुखराज निवासी ग्राम समरुआ एवं मेंल्हन निवासी मकुनपुर हनुमानगंज गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हादसे के बाद वहां से डीजे चालक फरार हो गया। आक्रोशित बरातियों एवं ग्रामीणों ने डीजे को क्षतिग्रस्त कर दिया। हंसी-खुशी का माहौल गमगीन हो गया। रात में ही बरात में गए रिश्तेदार वापस लौट गए।
उधर हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं घायलों को स्थानीय नर्सिंग होम में भर्ती कराया। दूल्हे के परिजनों की मौजूदगी में सादगी से विवाद संपन्न हुआ और शनिवार की भोर में कन्या की विदाई कर वापस लौट गए।