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आखिर क्यों किया ऐसा, प्रयागराज में प्रापर्टी डीलर और पेंटर के मौत गले लगाने की वजह बनी है रहस्य

शहर से सटे झूंसी थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में प्रापर्टी डीलर और पेंटर ने फंदे से लटककर जान दे दी। दोनों के कमरों की पुलिस ने तलाशी ली लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस ने घरवालों से बातचीत की लेकिन वे भी कोई कारण नहीं बता सके।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Thu, 03 Jun 2021 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 03 Jun 2021 08:16 AM (IST)
आखिर क्यों किया ऐसा, प्रयागराज में प्रापर्टी डीलर और पेंटर के मौत गले लगाने की वजह बनी है रहस्य
प्रयागराज के नई झूंसी में दो घटनाएं, नहीं मिला सुसाइड नोट, घरवाले भी नहीं बता सके कारण

प्रयागराज, जेएनएन। जनपद के गंगापार में शहर से सटे झूंसी थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में प्रापर्टी डीलर और पेंटर ने फंदे से लटककर जान दे दी। दोनों के कमरों की पुलिस ने तलाशी ली, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस ने घरवालों से बातचीत की, लेकिन वे भी कोई कारण नहीं बता सके।

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पत्नी से रिश्ता टूटने के बाद अकेले था बीरबल

नई झूंसी कलवारी टोला निवासी स्व. रामा का पुत्र बीरबल (32) छह भाइयों में तीसरे नंबर पर था। वह पेंटिग का काम करता था। पांच साल पहले पत्नी से उसका संबंध खत्म हो गया था। उसकी मां गेंदा देवी को कांशीराम आवास योजना में एक आवास मिला है। उसी में वह अकेला ही रहता था। दो भाइयों की मौत हो चुकी है। उसके तीन भाई कलवारी टोला में रहते हैं। बुधवार की सुबह उसके भाई विनोद ने फोन मिलाया तो बीरबल का मोबाइल स्विच ऑफ था। आशंका वश वह वहां पहुंचा तो उसका शव पंखे चुल्ले में साड़ी के सहारे फंदे से लटक रहा था। उसने सूचना पुलिस को दी। उसने किन कारणों से ऐसा किया, इस बारे में उसका भाई कुछ नहीं बता सका।

भोला की पत्नी बच्चों संग चली गई थी मायके

दूसरी घटना कजरिया तालाब के निकट मुंसी का पूरा की है। यहां के रहने वाले संत लाल यादव का पुत्र भोला यादव (41) चार भाइयों में बड़ा था। वह प्रापर्टी डीलिंग का काम करता था। घरवालों के मुताबिक पिछले कई माह से उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं चल रही थी। उसकी पत्नी अन्नू करीब छह माह से अपने दो बच्चों के साथ मायके में रह रही थी। बताते हैं कि मानसिक हालत ठीक न होने के कारण परिवार वालों ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया था। बुधवार की सुबह उसके कमरे से कोई आवाज नहीं आई तो स्वजनों ने अंदर झांक कर देखा। उसका शव टाड़ में लगे चुल्ले में अंगौछा के सहारे लटक रहा था। आनन-फानन में उसे नीचे उतारकर घरवाले अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना पुलिस को मिली तो वह मौके पर पहुंची। खबर पाकर उसकी पत्नी भी रोते बिलखते घर पहुंची। इंस्पेक्टर शमशेर बहादुर सिंह का कहना है कि दोनों ही स्थानों पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मामले की जांच की जा रही है।


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