प्रयागराज में दूषित पानी से तीन गांव में फैला डायरिया, बच्चे की मौत पर पहुंची स्वास्थ्य टीम
अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़़ी तो खलबली मच गई। रविवार रात छह वर्षीय मोहम्मद मुजमिल की मौत हो गई। दर्जनों लोगों का सरकारी और निजी अस्पताल में इलाज हो रहा है। आनन फानन सीएमओ ने डाक्टरों की टीम लगाकर डायरिया प्रभावित क्षेत्रों में घर-घर दवा बंटवानी शुरू कर दी।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में फूलपुर के बलकरनपुर, सलमापुर और भमई हुसाम गंज इलाके में डायरिया फैल गया है। दूषित पानी की सप्लाई वहां कई दिनों से हो रही है जबकि ब्लाक स्तरीय अधिकारी आंख मूंदे रहे। दर्जनों लोग उल्टी दस्त से लस्त पड़ने लगे और अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़़ी तो खलबली मच गई। रविवार की रात छह वर्षीय मोहम्मद मुजमिल की मौत हो गई। दर्जनों लोगों का सरकारी और निजी अस्पताल में इलाज हो रहा है। आनन फानन सीएमओ ने डाक्टरों की टीम लगाकर डायरिया प्रभावित क्षेत्रों में घर-घर दवा बंटवानी शुरू कर दी। क्लोरीन की गोली, ब्लीचिंग पाउडर भी वितरित किया। सभी को पानी उबाल कर ही इस्तेमाल करने की सलाह दी। सीएमओ ने दावा किया है कि स्थिति अब नियंत्रण में है। मंगलवार को भी वहां स्वास्थ्य टीम पहुंची।
कई लोगों को भेजा गया अस्पताल
बलकरनपुर के काजीपुर मोहल्ला निवासी संतोष कुमार 32 वर्ष, को उल्टी दस्त होने लगी तो उन्होंने अस्पताल जाकर दवा ली। इसके बाद उनकी मां चंद्र कली 62 वर्ष, पांच वर्षीय बेटे अनिकेत, तीन वर्षीय आशुतोष को भी डायरिया हो गया। इन्हें एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया। इसी गांव में मो. रफीक 65 वर्ष, रेहान 13 वर्ष, रिजवाना बेगम पत्नी शकील, खुशी 13 वर्ष, सुमन 35 वर्ष को भी डायरिया हो गया। रफीक का इलाज शहर के एक अस्पताल में हो रहा है। सोमवार को काजीपुर निवासी बालिका शहर बानो की हालत नाजुक होने की सूचना दिए जाने पर पहुंचे सीएचसी फूलपुर के अधीक्षक डा. सुनील कुमार पांडेय ने उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजवाया। बलकरनपुर में 13 लोग डायरिया से पीड़ित हैं। भमई हुसाम गंज में भी उल्टी दस्त से अंकिता 20 वर्ष, लक्षित ढाई वर्ष, अवनीश 15 वर्ष, अनू 19 , सनू 16 , सोनू, आंचल, अनी, सनी, निक्की, आलोक, आयुष, खुशी, अभय, आलोक अंजली, रेखा वर्मा, मो हस्साम आदि बीमार हो गए। तीनों ही गांव में दर्जनों लोग डायरिया से प्रभावित हैं।
पंचायत भवन में बनाई ओपीडी
पंचायत भवन बलकरनपुर में स्वास्थ्य विभाग ने ओपीडी बना दी है। बीमार ग्रामीणों का उपचार वहीं किया जा रहा है। तीनों गांवों की आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम दिन भर गांव में डटी रही। गलियों की नालियों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया गया। गांव में डायरिया पर नियंत्रण के लिए डा. विनोद कुमार पटेल को नोडल बनाया गया है।
प्रभावित क्षेत्रों में लगी हैं स्वास्थ्य टीमें
गांवों में पाइप लाइन से दूषित पानी आने के चलते तीन दिनों से डायरिया फैला है। वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर लोगों को दवाएं बंटवाई जा रही है। एक बच्चे की मौत डायरिया से होने की बात गलत है। वह पहले से किसी और बीमारी से पीड़ित था। एसडीएम से बात हुई है। अब वहां स्थिति सामान्य है।
डा. नानक सरन, सीएमओ