जगजीत सिंह की याद में गजल संध्या में बही रस गंगा, झूमे श्रोता Prayagraj News
पद्मभूषण व मशहूर गजल गायक जगजीत सिंह की याद में एनसीजेडसीसी में गजल संध्या का आयोजन किया गया। इसमें चंदन दास ने नगमे पेश किए। देर रात तक संगीत प्रेमी मौजूद रहे।
प्रयागराज, जेएनएन। सांस्कृतिक केंद्र में रविवार की रात कुछ खास था। खूब चहल-पहल और संगीत के प्रेमियों की उपस्थिति इस बात की पुष्टि कर रही थी कि आज यहां कुछ अलग ही होने वाला है। भीड़ का जुटना स्वाभाविक था, क्योंकि पद्मभूषण और गजल गायक जगजीत सिंह की याद में संगीत संध्या का जो आयोजन होना था। गजल का दौर देर रात तक चलता रहा, जिसमें श्रोता गोते लगाते रहे।
गजल गायक की पुण्यतिथि पर संगीत संध्या का आयोजन
गजल गायक जगजीत सिंह की आठवीं पुण्यतिथि पर रविवार की रात उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) में संगीत संध्या का आयोजन हुआ। इसमें गजल गायकी के पुरोधा चंदन दास ने अपनी गजलों के जरिए जगजीत सिंह को श्रद्धांजलि दीं। उनके द्वारा पेश गजल 'इस तरह मुहब्बत की शुरुआत कीजिएÓ सुनकर श्रोताओं ने खूब तालियां बजाईं। 'तन्हा न अपने आपको पाइए जनाबÓ पर सभी वाह-वाह कर उठे।
'न जी भर के देखा न कुछ बात की' पर तालियों की गूंजी गडग़ड़ाहट
श्रोताओं की मांग पर उन्होंने अपनी सबसे प्रसिद्ध गजल 'न जी भर के देखा न कुछ बात की' पेश किया तो तालियों की गडग़ड़ाहट गूंज उठी। साथ टूटेगा कैसे मेरा आपका, नए घड़े के पाने से समेत कई नगमे उन्होंने पेश किए। जगजीत सिंह फाउंडेशन से जुड़े गजल गायक भूपेंद्र शुक्ला ने जगजीत सिंह की गजल को नए अंदाज में पेश किया। जगजीत सिंह फाउंडेशन और एनसीजेडसीसी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति अशोक कुमार ने प्रयागराज के प्रबुद्ध संगीतप्रेमियों की सराहना की। विशिष्ट अतिथि उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी, मंडलायुक्त डॉ. आशीष गोयल और एयर कमोडोर आदित्य जैन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रंजना त्रिपाठी ने किया। विषय परिवर्तन अखिलेश मिश्रा ने किया। फाउंडेशन के अध्यक्ष मुकेश प्रसाद ने सभी गणमान्य नागरिकों एवं श्रोताओं के प्रति आभार जताया। साथ ही इस संस्था से जुडऩे की प्रेरणा दी।