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माफिया अतीक अहमद के साढ़ू इमरान ने किया आत्मसमर्पण, दो साल से हो रही थी 25 हजार के इनामी की तलाश

इमरान ने गुरुवार दोपहर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। उसने जमानत के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया जिसे खारिज करते हुए उसे न्यायिक हिरासत में नैनी जेल भेज दिया गया। इमरान पर डेढ़ दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं वह दो वर्ष से फरार चल रहा था।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Thu, 01 Apr 2021 08:09 PM (IST)Updated: Thu, 01 Apr 2021 08:09 PM (IST)
माफिया अतीक अहमद के साढ़ू इमरान ने किया आत्मसमर्पण, दो साल से हो रही थी 25 हजार के इनामी की तलाश
इमरान पर डेढ़ दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं और वह लगभग दो वर्ष से फरार चल रहा था।

प्रयागराज, जेएनएन। माफिया अतीक अहमद के साढ़ू मोहम्मद इमरान ने गुरुवार दोपहर एसीजेएम आठ की कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। उसने जमानत के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया, जिसे खारिज करते हुए उसे न्यायिक हिरासत में नैनी जेल भेज दिया गया। इमरान पर डेढ़ दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं और वह लगभग दो वर्ष से फरार चल रहा था। अपहरण, लूट और मारपीट के मामले में पुलिस को उसकी तलाश थी।

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प्रापर्टी डीलर जैद खालिद को अगवा कर देवरिया जेल ले गया था

वर्ष 2019 में बमरौली के रहने वाले प्रापर्टी डीलर जैद खालिद ने धूमनगंज पुलिस को तहरीर दी थी। बताया था कि चकिया का रहने वाला मोहम्मद इमरान माफिया अतीक अहमद का साढ़ू है। उसने अपने साथियों के साथ उसका अपहरण कर लिया था। उसे देवरिया जेल ले जाया गया था। वहां जेल में बंद अतीक ने उसकी बेरहमी से पिटाई की थी। जैद की तहरीर पर धूमनगंज पुलिस ने माफिया अतीक अहमद, उसके साढ़ू इमरान और सद्दाम समेत 15 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट  लिखी थी। तब इमरान फरार था। शुरुआत में उस पर 15 हजार का इनाम घोषित किया गया था, जिसे पिछले वर्ष 25 हजार रुपये कर दिया गया था। गुरुवार दोपहर वह अकेले एसीजेएम आठ सुरेश कुमार दुबे की कोर्ट में पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। उसने तत्काल जमानत अर्जी भी दाखिल की, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दी। इसके बाद पुलिस उसे लेकर नैनी जेल रवाना हो गई।

माफिया के गैंग का सक्रिय सदस्य, संभालता था अवैध धंधे

इमरान माफिया अतीक अहमद का साढ़ू तो है ही उसके गैंग का सक्रिय सदस्य भी है। माफिया के कई अवैध धंधे और जमीन का कारोबार वह संभालता था। माफिया की सरपरस्ती में उसने काफी संपत्तियां भी अॢजत की थीं। उसने भी अपना बड़ा नेटवर्क तैयार कर लिया था। इमरान के तीन मंजिला मकान को पिछले वर्ष प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने जमींदोज कर दिया था। 2500 वर्ग गज में बने इस मकान में 15 दुकानें और 30 से अधिक कमरे थे। पीडीए के मुताबिक बिना नक्शा स्वीकृत किए अवैध तरीके से मकान का निर्माण कराया गया था।


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