धूमनगंज थाने से महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब
ाूमनगंज थाने की पुलिस द्वारा 15 लाख रुपये की फिरौती से संबंधित पत्र थाने से गायब होने से कोर्ट भी हैरान है। इतना ही नहीं एसएसपी व सीओ सिविल लाइंस की ओर से इंस्पेक्टर धूमनगंज को दिए गए आदेश के कागजात भी नष्ट हो गए।
विधि संवाददाता, इलाहाबाद : धूमनगंज थाने की पुलिस द्वारा 15 लाख रुपये की फिरौती से संबंधित पत्र थाने से गायब होने से कोर्ट भी हैरान है। इतना ही नहीं एसएसपी व सीओ सिविल लाइंस की ओर से इंस्पेक्टर धूमनगंज को दिए गए आदेश के कागजात भी नष्ट हो गए। अपर जिला जज जयतेंद्र कुमार ने अपहरण के इस मुकदमों में सुनवाई के लिए चार जून की तिथि मुकर्रर किया है।
2013 में अपहरण का चल रहा था मुकदमा
धूमनगंज थाना क्षेत्र में वर्ष 2013 में अभियुक्त प्रीतम त्रिपाठी आदि ने अमित राज राही नाम के व्यक्ति का अपहरण किया था। अपहरणकर्ताओं ने अमित राज राही से दबाव डालकर एक पत्र उसके पिता श्याम कुमार के नाम लिखाया और 15 लाख रुपये फिरौती देने को कहा। ये दोनों पत्र पुलिस को मिल गए। थाना धूमनगंज में मुकदमा दर्ज होने के बाद विवेचक ने आरोप पत्र पेश किया, लेकिन फिरौती वाले दोनों पत्र संलग्न नहीं पाए गए। जिला न्यायालय ने इन्हीं दोनों पत्रों को तलब करने के लिए एसएसपी व इंस्पेक्टर धूमनगंज को विभिन्न तिथियों पर लिखा। कोई जवाब न आने पर कोर्ट ने शासकीय अधिवक्ता को कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट के तेवर देखकर शासकीय अधिवक्ता ने एसएसपी को पत्र लिखा कि दोनों पत्र कोर्ट में पेश कराए जाएं अन्यथा अभियुक्तगण दोष मुक्त किए जा सकते हैं। केस पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इस मुकदमे के विवेचक व तत्कालीन इंस्पेक्टर कमलेश कुमार सिंह को सीओ सिविल लाइंस ने 30 जनवरी को पत्र लिखा था। पत्र का कोई सुराग नहीं लग पाने पर सीओ श्रीशचन्द्र ने अपनी आख्या 7 फरवरी 2018 के द्वारा एसएसपी को अवगत करा दिया कि दोनों महत्वपूर्ण पत्र खल्तमत हो गए है। संभवत: इस महत्वपूर्ण साक्ष्य को मिटाने की किसी ने साजिश की है। जिसका खुलासा 4 जून को जिला न्यायालय में होगा।
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