दोआबा में रात के अंधेरे में अवैध खनन, प्रशासन बेखबर
बिना पट्टा रात के अंधेरे में हो रहे बालू खनन से जहां स्थानीय लोगों में नाराजगी है। इसके बाद भी प्रशासनिक अफसर बेखबर हैं। इससे तराई के लोगों में अफसरों के प्रति नाराजगी है।
By Edited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 08:00 AM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 11:25 AM (IST)
प्रयागराज : कौशांबी के चायल तहसील क्षेत्र के उमरवल घाट पर रात के अंधेरे में अवैध तरीके से बालू का खनन किया जा रहा है। अवैध खनन कर रहे बालू माफिया वाहनों के निकालने के लिए कछारी क्षेत्र में सड़क भी बना दी है। स्थानीय लोगों की माने तो जिम्मेदारों से सांठगांठ कर ये खेत बीते एक सप्ताह से चल रहा है। इसकी शिकायत भी लोगों ने अधिकारियों से की है। इसके बाद भी ध्यान नही दिया जा रहा है।
टेंडर की आड़ में हो रहा बालू का अवैध रूप से खनन
जिले के डेढ़ दर्जन से अधिक यमुनाघाटों पर बालू खनन के लिए टेंडर दिया है। इन्हीं की आड़ में कुछ लोग अवैध तरीके से खनन कर रहे हैं। पिपरी थाना क्षेत्र के यमुनाघाट उमरवल में बालू खनन के लिए हाल ही में टेंडर हुआ है, लेकिन कुछ दबंग टेंडर वाले स्थान को छोड़कर दूसरे हिस्से से रात के समय बालू का खनन कर रहे हैं। इसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से की थी। इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया गया है।
प्रशासनिक अफसर बेखबर
बिना पट्टा के रात के अंधेरे में हो रहे बालू खनन से जहां स्थानीय लोगों ने नाराजगी है। इसके बाद भी प्रशासनिक अफसर बेखबर हैं। इससे तराई के ग्रामीणों में बालू माफियाओं के प्रति कभी भी गुस्सा फूट सकता है।
रातभर में मिट्टी डालकर बना दी गई सड़क
बालू माफियाओं ने यमुनाघाट से बालू को निकालने के लिए कछारी क्षेत्र में मिट्टी डालकर रात भर में सड़क बना दी है। उसी रास्ते से रात के समय बालू लोडकर ट्रक व ट्रैक्टर गुजरते हैं। स्थानीय पुलिस भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए है।
कहते हैं खनन अधिकारी
खान अधिकारी राजरंजन कहते हैं कि पिपरी के उमरावल यमुनाघाट में खनन के लिए एक टेंडर दिया है, लेकिन एक कुछ दबंग पहले अवैध तरीके बालू का खनन कर रहे थे। उसे बंद करा दिया गया है। वाहनों के निकलने के लिए बनाए गए रास्ते को तोड़वा दिया है। अवैध खनन की जानकारी पर शुक्रवार को जांच की गई है। रास्ता बना है, लेकिन मौके पर कोई नहीं मिला।
टेंडर की आड़ में हो रहा बालू का अवैध रूप से खनन
जिले के डेढ़ दर्जन से अधिक यमुनाघाटों पर बालू खनन के लिए टेंडर दिया है। इन्हीं की आड़ में कुछ लोग अवैध तरीके से खनन कर रहे हैं। पिपरी थाना क्षेत्र के यमुनाघाट उमरवल में बालू खनन के लिए हाल ही में टेंडर हुआ है, लेकिन कुछ दबंग टेंडर वाले स्थान को छोड़कर दूसरे हिस्से से रात के समय बालू का खनन कर रहे हैं। इसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से की थी। इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया गया है।
प्रशासनिक अफसर बेखबर
बिना पट्टा के रात के अंधेरे में हो रहे बालू खनन से जहां स्थानीय लोगों ने नाराजगी है। इसके बाद भी प्रशासनिक अफसर बेखबर हैं। इससे तराई के ग्रामीणों में बालू माफियाओं के प्रति कभी भी गुस्सा फूट सकता है।
रातभर में मिट्टी डालकर बना दी गई सड़क
बालू माफियाओं ने यमुनाघाट से बालू को निकालने के लिए कछारी क्षेत्र में मिट्टी डालकर रात भर में सड़क बना दी है। उसी रास्ते से रात के समय बालू लोडकर ट्रक व ट्रैक्टर गुजरते हैं। स्थानीय पुलिस भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए है।
कहते हैं खनन अधिकारी
खान अधिकारी राजरंजन कहते हैं कि पिपरी के उमरावल यमुनाघाट में खनन के लिए एक टेंडर दिया है, लेकिन एक कुछ दबंग पहले अवैध तरीके बालू का खनन कर रहे थे। उसे बंद करा दिया गया है। वाहनों के निकलने के लिए बनाए गए रास्ते को तोड़वा दिया है। अवैध खनन की जानकारी पर शुक्रवार को जांच की गई है। रास्ता बना है, लेकिन मौके पर कोई नहीं मिला।
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