घर में ताला लगाने पर है चोरी का खतरा, लाखों के झटके से बचने के लिए बरतें कुछ सावधानियां Prayagraj news
चोरों ने कई लाख रुपये के जेवर के साथ ही नगदी और कीमती सामान चुरा लिए थे। पुलिस ने उल्टा निसार को ही लापरवाह बताया। लापरवाही यह कि घर में ताला लगाकर गए थे तो पुलिस को बता देते। पुलिस रात में गश्त के दौरान नजर रखती।
प्रयागराज, जेएनएन। करेली में रहने वाले निसार अहमद पिछले दिनों परिवार सहित कानपुर में अपने रिश्तेदार के यहां गए तो घर में ताला लगा दिया। दूसरे ही रोज पड़ोसी का फोन आया तो उन्हें भारी झटका लगा। पता चला कि उनके घर का दरवाजा खुला और ताला नीचे टूटा पड़ा है। कमरे में आलमारियां और बक्से खुले और चौतरफा कपड़े और खाली जेवर के डिब्बे बिखरे हैं। निसार कुछ घंटे में घर वापस आए तो उनकी पत्नी नजारा देख रोने लगीं। चोरों ने कई लाख रुपये के जेवर के साथ ही नगदी और कीमती सामान चुरा लिए थे। पुलिस ने उल्टा निसार को ही लापरवाह बताया। लापरवाही यह कि घर में ताला लगाकर गए थे तो पुलिस को बता देते। पुलिस रात में गश्त के दौरान नजर रखती।
ज्यादातर उन्हीं घरों में चोरी जिनमें लगा था ताला
जी हां, मौजूदा वक्त में घर में ताला लगाना ही बड़ी लापरवाही मानी जाती है। कारण यह कि चोर कहीं बाहर से तो आते नहीं है। दिन भर साइकिल या ट्राली पर फेरी लगाने वाले, कबाड़ का काम करने वाले लोग और जुआरी व नशेड़ी ही चोरी कराते हैं। घर में ताला लगा देख ये लोग चोर गिरोह को खबर देते हैं और फिर रातों रात और कभी कभार तो दिनदहाड़े भी चोरी हो जाती है। पिछली घटनाओं पर गौर करें तो तकरीबन सभी मामलों में उन्हीं घरों में चोरी की गई जिनमें ताला लगाकर परिवार के लोग बाहर गए थे। अभी पिछले महीने कर्नलगंज इलाके में पूर्व आएएएस अधिकारी अपनी पत्नी के साथ उत्तराखंड में तैनात अपनी आइएएस अफसर बेटी के यहां गए तो यहां बदमाशों ने उनके घर से कीमती जेवरात समेत लाखों रुपये का सामान चुरा लिया था। यह अलग बात है कि आला अधिकारी से जुड़ा मामला होने की वजह से पुलिस ने जोर लगाया और चोर पकड़ में आ गए। वरना आमतौर पर चोरी की दस फीसद घटनाओं में भी पुलिस गिरफ्तारी और बरामदगी करने में नाकाम रहती है। पीड़ित थाने का चक्कर लगाते थक जाते है मगर होता कुछ नहीं है।
आप रखिए ये ध्यान
सीओ सिटी सत्येंद्र तिवारी का कहना है कि लोग कुछ सावधानी बरतें तो चोरी का शिकार होने से बच सकते हैं।
- पहली बात तो यही कि कोशिश करिए कि घर में कोई न कोई जरूर रहे। ताला लगाने की नौबत ही न आए।
- ताला लगाना जरूरी हो तो पड़ोसी से ध्यान रखने का आग्रह करें और स्थानीय पुलिस चौकी में सूचना दीजिए।
- घर में ज्यादा गहने और नकदी नहीं रखिए। बैंक लॉकर का इस्तेमाल करें ताकि चोरी का खतरा नहीं रहे।
- आम ताले को तोड़ना चोरों के लिए आसान होता है। इंटरलॉक ताला सुरक्षा के लिहाज से बेहतर माना जाता है।
- ताला लगाकर जाएं भी तो प्रयास करें कि कोई परिचित या रिश्तेदार रात में घर में ठहरने के लिए आ जाए।
- घर में सीसीटीवी कैमरे भी लगाएं ताकि अगर चोरी होती है तो पुलिस बदमाशों का हुलिया देख सके