सड़क पर निकलिए तो जरा बचके रहिए, प्रतापगढ़ में गुस्सैल सांड के हमले से मां बेटे समेत चार लोग घायल
बुधवार की शाम यह सांड चिलबिला- मुसाफिरखाना हाईवे पर टहल रहा था। इस बीच कपासी निवासी उमेश शुक्ला घर से बाहर निकले। उन्हें देखकर उन पर अचानक हमला कर दिया। डंडा लेकर बचाने दौडी उनकी मां कौशिल्या पर भी हमला कर दिया। मां बेटे दोनों घायल हो गए
प्रयागराज, जेएनएन। सड़क पर कई तरह के खतरे बने रहते हैं, एक्सीडेंट या लूटपाट से बच गए तो बेसहारा जानवर भी मुसीबत बनते हैं। प्रतापगढ़ जनपद में अंतू थाना क्षेत्र के कपासी गांव में सांड के आतंक से क्षेत्र के लोग परेशान है। सांड़ को देखते ही लोग रास्ता बदल देते हैं। अब तो लोग घरों से हाथ में लाठी डंडा लेकर ही बाहर निकलते हैं। बुधवार की शाम यह सांड चिलबिला- मुसाफिरखाना हाईवे पर टहल रहा था। इस बीच कपासी निवासी उमेश शुक्ला घर से बाहर निकले। उन्हें देखकर उन पर अचानक हमला कर दिया। डंडा लेकर बचाने दौडी उनकी मां कौशिल्या पर भी हमला कर दिया। मां बेटे दोनों घायल हो गए। ग्रामीणों ने किसी तरह दोनों की जान बचाई। घंटे भर बाद पड़ोस के सागर तिवारी पर भी सांड ने हमला कर दिया। जिससे वह घायल हो गए। इसके पूर्व गांव के ओमकार विश्वकर्मा, रामदयाल विश्वकर्मा को भी घायल कर दिया था। कपासी व बाबूगंज बाजार के दर्जनों लोग अब तक सांड के हमले से घायल है चुके हैं मगर प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है।
कार और बाइक सवार में जोरदार टक्कर
प्रतापगढ़ में लालगंज कोतवाली के सगरासुंदरपुर बाजार गुरुवार की शाम लगभग साढ़े चार बजे सड़क हादसे में सदाशिव दुबे पुत्र ओम प्रकाश दुबे डांडूपुर कायस्थ पट्टी का बताया गया। ट्रामा सेन्टर लालगंज से जिला अस्पताल रेफर, युवक को हालत नाजुक बनी हुई है।
पत्नी को पीटने के आरोपियों का शांतिभंग में चालान
पारिवारिक विवाद में पत्नी को पीटने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों का शांतिभंग में चालान किया है। अंतू थाना क्षेत्र के छतरपुर शिवाला के निवासी काशीनाथ वर्मा की पत्नी लीलावती का आरोप है कि पति उन्हें आए दिन मारते पीटते के साथ प्रताड़ित करते हैं। एक सप्ताह पूर्व घर से मारपीट कर भगा दिया था। महिला ने पुलिस से शिकायत की थी। दूसरे मामले में रामनगर भोजपुर निवासी शिव बहादुर वर्मा की पत्नी शोभा देवी ने पुलिस से शिकायत की थी उनके पति उन्हें आए दिन पीटते हैं। दोनों महिलाओं की शिकायत पर पुलिस ने गुरुवार को काशीनाथ वर्मा व शिवबहादुर वर्मा को गिरफ्तार करके उनका शांति भंग में चालान कर दिया।