Move to Jagran APP

प्लेटफार्म पर ठिठुरना नहीं पड़ेगा, कोहरे में ट्रेन लेट हुई तो आपके मोबाइल पर आ जाएगा संदेश Prayagraj News

एनसीआर की कवायद है कि ट्रेन के लेट होने की सूचना यात्रियों के मोबाइल पर मिलेगी। रेलवे ट्रैक पर गश्त करने वाले कर्मी हैंड हेल्ड मशीन लेकर चलेंगे। इससे घटना की तत्काल सूचना मिलेगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 08 Dec 2019 01:50 PM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 04:40 PM (IST)
प्लेटफार्म पर ठिठुरना नहीं पड़ेगा, कोहरे में ट्रेन लेट हुई तो आपके मोबाइल पर आ जाएगा संदेश Prayagraj News
प्लेटफार्म पर ठिठुरना नहीं पड़ेगा, कोहरे में ट्रेन लेट हुई तो आपके मोबाइल पर आ जाएगा संदेश Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। ठंड का मौसम हो, वातावरण कोहरे की चादर से ढंका हो तो फिर रजाई या कंबल से निकलने का मन नहीं करता। हां अगर ट्रेन पकडऩी हो तो फिर मन मारकर ऐसा करना पड़ता है। वहीं अगर नियत समय पर आप ट्रेन का सफर करने के लिए स्टेशन के प्लेटफार्म पर पहुंच जाएं और तब आपको पता चले कि गाड़ी तो दो घंटे विलंबित है तो कोफ्त तो होगी ही। इसी दिक्कत को देखते हुए रेलवे अब ऐसी व्यवस्था कर रहा है कि कोहरे के कारण अगर ट्रेन एक घंटे से अधिक लेट होगी तो यात्री के रजिस्टर्ड मोबाइल पर एसएमएस चला जाएगा। एसएमएस में जिक्र होगा कि उसकी गाड़ी कितना लेट है, ताकि यात्री को असुविधा न हो।

prime article banner

कोहरे में भी सिग्नल की जानकारी मिलती रहेगी

कोहरे के दौरान ट्रेनों का परिचालन प्रभावित न हो, ट्रेनें बहुत ज्यादा लेट न हों, इसको लेकर उत्तर मध्य रेलवे कवायद कर रहा है। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने अधिकारियों संग बैठक पिछले दिनों की। इसमें उन्होंने विलंबित ट्रेन की जानकारी यात्रियों के रजिस्टर्ड मोबाइल पर एसएमएस से देने की जानकारी दी। बैठक में संरक्षा को लेकर बताया कि सभी लोकोमोटिव पर जीपीएस आधारित सिग्नल फॉगसेफ डिवाइस लगाई गई है। इससे कोहरे में भी सिग्नल की जानकारी मिलती रहेगी।

रेलवे ट्रैक पर गश्त करने वाले कर्मियों को जीपीएस आधारित हैंड हेल्ड मशीन मिलेगी

रेलवे ट्रैक पर गश्त करने वाले कर्मचारियों को जीपीएस आधारित हैंड हेल्ड मशीन दी जाएगी। इसके माध्यम से रेलकर्मी किसी भी घटना की तत्काल सूचना नजदीक के स्टेशन पर दे सकेंगे। उत्तर मध्य रेलवे में 2800 से अधिक जीपीएस ट्रैकर्स रेल कर्मियों को दिए जाएंगे। इसके अलावा सिग्नलिंग प्रणाली को मॉडिफाइड ऑटोमेटिक सिग्नलिंग में परिवर्तित कर दिया गया है। कम दृश्यता से निपटने के लिए लोको पायलटों को विशेष प्रशिक्षित किया गया है।

बोले एनसीआर के पीआरओ

उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. अमित मालवीय का कहना है कि कोहरे से निपटने के लिए एनसीआर ने पूरी तैयारी कर ली है। यात्रियों को ट्रेन लेट होने की जानकारी देने के साथ संरक्षा पर विशेष जोर दिया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.