ट्रेन न चली तो निजी वाहनों से आए श्रद्धालु, फुल हुई मेला पार्किंग
जासं प्रयागराज मकर संक्रांति पर्व पर संगम स्नान के लिए श्रद्धालुओं के कदम कोरोना का खौफ भ्भी नहीं रोक सका।
जासं, प्रयागराज : मकर संक्रांति पर्व पर संगम स्नान के लिए श्रद्धालुओं के कदम कोरोना का खौफ भी नहीं रोक सका। सरकार ने रेल और बस की सुविधा बेहतर नहीं की तो तमाम श्रद्धालु निजी वाहनों और गाड़ियां बुक करके स्नान करने आ गए। इतने वाहन आए कि मेला पार्किंग फुल हो गई और पुलिस कर्मियों को इसकी व्यवस्था करने में पसीने छूटे।
हर साल मकर संक्रांति पर्व पर संगम स्नान के लिए अधिकतर लोग ट्रेन से और बस से आते थे। लेकिन कोरोना के चलते रेलवे ने अनारक्षित ट्रेनों का संचालन नहीं किया। जो ट्रेनें चलाई भी, उसमें आरक्षण अनिवार्य कर दिया। इसलिए श्रद्धालुओं ने उससे सफर नहीं किया। वहीं बसें तो अतिरिक्त चलाई गई, लेकिन कोविड-19 की गाइड लाइन के चलते उससे भी चलने में लोग कतराते रहे। सरकारी आवागमन व्यवस्था ठीक न होने के बावजूद श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाने का मन बनाया और निजी साधनों का सहारा लिया। गांव-गांव से आने वाले श्रद्धालुओं ने आसपास से कार, मैजिक, टाटा सूमो, बस, मिनी बस आदि बुक किया। इसके अलावा तमाम लोग अपने निजी साधन यहां आए। यह श्रद्धालु प्रयागराज के ग्रामीण क्षेत्रो से, कौशांबी, फतेहपुर, कानपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, रीवां, मीरजापुर, वाराणसी, भदोही, सुल्तानपुर, फैजाबाद, गोंडा, बस्ती आदि जिलों से आए। ऐसी गाड़ियों की पार्किंग के लिए मेला प्रशासन ने परेड ग्राउंड में व्यवस्था की थी। लेकिन दोपहर तक वह भर गई। ऐसे में दोपहर बाद आने वाली गाड़ियों को दारागंज के सामने खाली मैदान पर पार्किंग कराई गई। दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं का सिलसिला शाम तक चलता रहा।