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शहरवासी ध्‍यान दें, सुलह न हुई तो कल से बिजली कर्मी कार्य बहिष्कार करेंगे, लड़खड़ाएगी आपूर्ति

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति समेत अन्य सभी संगठनों ने किया है। निर्णय लिया है कि आज तक सरकार ने निजीकरण के इस प्रस्ताव को रद नहीं किया तो वह कार्य बहिष्कार करेंगे। यह तब तक चलेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 04 Oct 2020 06:33 PM (IST)Updated: Sun, 04 Oct 2020 06:33 PM (IST)
शहरवासी ध्‍यान दें, सुलह न हुई तो कल से बिजली कर्मी कार्य बहिष्कार करेंगे, लड़खड़ाएगी आपूर्ति
प्रयागराज के बिजली कर्मचारी मांग न मानी गई तो कल से कार्य बहिष्‍कार करेंगे।

प्रयागराज, जेएनएन। शहर के लोग ध्‍यान दें, क्‍योंकि अगर आप इसे नहीं जानेंगे तो कल यानी सोमवार से परेशानी झेलनी पड़ सकती है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के प्रस्ताव को रद करने की मांग को लेकर पांच अक्टूबर से बिजली कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है। ऐसे में अगर आज तक इस पर कोई समुचित फैसला न हुआ तो इसका सीधा असर लोगों पर पड़ेगा। कहीं भी बिजली आपूर्ति में कोई गड़बड़ी होने पर वह दूर नहीं हो पाएगी। उपकेंद्रों से भी अधिकारी और कर्मचारी नदारद रहेंगे। ऐसे में प्रशासन क्या वैकल्पिक इंतजाम करेगा, यह अभी साफ नहीं है।

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निजीकरण के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे बिजली कर्मी

बिजली कर्मचारी लगातार निजीकरण के विरोध में आवाज उठा रहे हैं। वे साफ कह रहे हैं कि किसी भी सूरत में यह मंजूर नहीं है। इसके लिए वह जेल भरो आंदोलन तक करेंगे। साथ ही विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति समेत अन्य सभी संगठनों ने किया है। निर्णय लिया है कि आज तक सरकार ने निजीकरण के इस प्रस्ताव को रद नहीं किया तो वह कार्य बहिष्कार करेंगे। यह तब तक चलेगा, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी।

बिजली कर्मचारी नेता बोले-निजीकरण बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा

बिजली कर्मचारी नेताओं का कहना है कि पांच अक्टूबर से कोई भी अधिकारी और कर्मचारी काम नहीं करेगा। निजीकरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्योंकि निजीकरण से रोजगार समाप्त हो जाएगा। लोगों को महंगी बिजली मिलेगी। बकाएदारों को कोई छूट भी नहीं दी जाएगी। इसी तरह अन्य कई चीजें हैं, जिस कारण वे लगातार निजीकरण के प्रस्ताव को रद करने की मांग कर रहे हैं।

प्रदर्शन कर उठाई आवाज

निजीकरण के प्रस्ताव को रद करने की मांग को लेकर शनिवार को मुख्य अभियंता वितरण के कार्यालय पर बिजली कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया था। वक्ताओं ने कहा था कि जहां भी निजीकरण किया गया है, वहां सिवाय नुकसान के और कुछ नहीं मिला। इसलिए सरकार को चाहिए कि तत्काल इसे रद करे। इस दौरान इं. शिवव्रत यादव, एवी यादव, अजीत पटेल, विजय तिवारी, बीके पांडेय, अतुल गौतम, शुभम मिश्रा, इंद्रेश यादव, अनिल सिंह, विशाल कुशवाहा, अमित सेठ, संजीव कुमार, रामनरेश आदि रहे।


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