Lockdown: उद्योग और फर्म तो बंद हैं, ऐसे में कैसे करेंगे ब्याज का भुगतान Prayagraj News
आरबीआइ ने जून तक ईएमआइ भी न काटने का निर्देश जारी किया है। बैंकों का कहना है कि ईएमआइ उन्हीं का नहीं कटेगा जो लोग आवेदन करेंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। लॉकडाउन में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने उद्यमियों, व्यापारियों एवं अन्य लोगों के बैंक लोन पर तीन महीने तक ब्याज न लेने की घोषणा की है। उद्योग और फर्म बंद होने से तीन महीने बाद ब्याज का भुगतान उद्यमी एवं व्यापारी कैसे कर सकेंगे? यह बड़ा सवाल है। कारोबार एकदम ठप रहने से लॉकडाउन पीरियड का ब्याज माफ करने की मांग कर रहे हैं।
आरबीआइ ने 30 जून तक लोन पर ब्याज जमा करने की छूट
आरबीआइ ने 30 जून तक लोन पर ब्याज जमा करने की छूट दी लेकिन इस दौरान ब्याज न जमा करने पर उसमें चक्रवृद्धि ब्याज भी जुड़ जाएगा। तीन महीने का ब्याज और चक्रवद्धि ब्याज मिलाकर रकम बहुत ज्यादा हो जाएगी। वहीं, आरबीआइ ने जून तक ईएमआइ भी न काटने का निर्देश जारी किया है। बैंकों का कहना है कि ईएमआइ उन्हीं का नहीं कटेगा जो लोग आवेदन करेंगे। इस विषम परिस्थिति में ईएमआइ न कटाने वालों की संख्या ज्यादा है, इसलिए आरबीआइ को बैंकों से कहना चाहिए कि जो ईएमआइ जमा करना चाहते हैं, वह आवेदन करें। इससे लोगों को सहूलियत होगी।
सरकार को देना चाहिए सब्सिडी
ईस्टर्न यूपी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सचिव अनिल अग्रवाल का कहना है कि सरकार मान रही है कि अर्थव्यवस्था पर बहुत असर पड़ेगा। यह असर उद्यमियों और व्यापारियों पर ही ज्यादा पड़ेगा। लॉकडाउन समाप्त होने पर तत्काल उद्योग दौडऩे लगेंगे नहीं। कैट के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल का कहना है कि सरकार ने इस दौरान कर्मचारियों का वेतन देने के निर्देश भी व्यापारियों को दिए हैं, लेकिन वह आने को तैयार नहीं हैं। सरकार को इसके लिए सब्सिडी देना चाहिए।