Move to Jagran APP

कैसे हो सबकी कोरोना जांच, प्रयागराज जंक्शन पर जांच किट 400 और यात्री पहुंच रहे हैं 15 हजार

प्रयागराज जंक्शन पर शत प्रतिशत यात्रियों का कोरोना टेस्ट कराने के लिए व्यवस्था नाकाफी है। क्योंकि यात्रियों की संख्या के सापेक्ष जांच किट महज नाम मात्र की है। ऐसे में मुंबई पुणे नागपुर गुजरात सूरत व दिल्ली से आया कोरोना शहर से होते हुए सीधे गांव पहुंच रहा है।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 11:36 AM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 11:36 AM (IST)
कैसे हो सबकी कोरोना जांच, प्रयागराज  जंक्शन पर जांच किट 400 और यात्री पहुंच रहे हैं 15 हजार
महानगरों से लौटे यात्री रेलवे स्टेशन पर जांच कराए बगैर शहर से होते हुए सीधे पहुंच रहे गांव

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना के खौफ और जान बचाने की फिक्र में प्रवासी महानगरों से लौट रहे हैं। लेकिन, प्रयागराज जंक्शन पर शत प्रतिशत यात्रियों का कोरोना टेस्ट कराने के लिए व्यवस्था नाकाफी है। क्योंकि यात्रियों की संख्या के सापेक्ष जांच किट महज नाम मात्र की है। ऐसे में मुंबई, पुणे, नागपुर, गुजरात, सूरत व दिल्ली से आया कोरोना शहर से होते हुए सीधे गांव पहुंच रहा है। प्रतिदिन दिन हजारों प्रवासी लौट रहे हैं। लेकिन, जांच का आंकड़ा सैकड़ा भी पार नहीं कर पा रहा है।

loksabha election banner

जंक्शन पर लगाई जाती है सुबह व शाम दो-दो टीमें, किए जा रहे कोविड टेस्ट

दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर बेहद खतरनाक है। इस बार संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। मृत्यु दर भी अधिक रही। ऐसे में रोजगार के सिलसिले में बाहर रहने वाले लौट भी रहे हैं। प्रयागराज जंक्शन पर प्रतिदिन करीब 40 जोड़ी गाडिय़ोंं का ठहराव है। इनमें 10 जोड़ी दिल्ली और आठ जोड़ी ट्रेनें मुंबई की टे्रनें भी शामिल हैं और करीब 15 हजार यात्रियों का आवागमन होता है। लेकिन, इसके सापेक्ष महज 300-400 एंटीजन टेस्ट ही हो पा रहे हैं। ऐसे में शत प्रतिशत जांच संभव नहीं है। जिला प्रशासन की ओर से प्रवासियों के कोविड टेस्ट के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम लगाई गई है। राजस्व विभाग इनका डाटा भी तैयार कर रहा है। महानगरों से लौटने वाले प्रवासी बगैर जांच कराए शहर होकर गांव पहुंच रहे हैं।

लापरवाही हो सकती है भयावह
बिना जांच के गांव पहुंचने वाले प्रवासी संक्रमित हुए तो हालात और बिगड़ सकते हैं। लौटने वालों के सापेक्ष जांच का दायरा बेहद कम है। जिला प्रशासन की ओर से दो-दो टीम सुबह व शाम भेजी जाती है। स्वास्थ्य टीम के मुताबिक, एक टीम को 75 से 100 किट दी जाती है। इस तरह करीब 400 किट एंटीजन जांच के लिए मिलती है। जबकि जंक्शन पर प्रतिदिन यात्रियों की संख्या 15 हजार के आसपास होती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.