Coronavirus Prayagraj News Update: संगम नगरी में कोरोना वायरस से 24 घंटे में 25 लोगों की थमी सांसें
फाफामऊ घाट पर उन शवों का दाह संस्कार हो रहा है जिनकी मौत कोरोना से हो रही है। सीमित जमीन पर श्मशान घाट बनाया गया था ताकि रोज अनुमानित चार छह शवों का अंतिम संस्कार हो सके। मृतकों की प्रत्येक दिन की संख्या 20 से अधिक हो गई है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना से खतरा घटने की बजाए बढ़ता जा रहा है। 24 घंटे में 25 लोगों के प्राण निकल गए। यानी औसतन एक संक्रमित की मौत हर घंटे हो रही है। इसके साथ ही नए संक्रमितों की संख्या फिर बढ़ी है। जिले में 1389 नए संक्रमित मिले। जबकि एक दिन पहले नए संक्रमित 1267 ही मिले थे। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोविड जांच बढ़ाने की युक्ति भी अब काम नहीं आ रही है। सैंपल पहली बार एक दिन में 15 हजार से अधिक लिए गए।
वायरस के स्वरूप देख डाक्टर भी हैरान
चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना के वायरस अब हवा में फैल रहे हैं। इसलिए बेहद सावधानी की जरूरत है। संक्रमण कहीं भी, किसी मेें भी फैल रहा है। शुक्रवार को मिले नए संक्रमितों में रेलवे के इंजीनियर, राजस्व परिषद के स्टैंडिंग काउंसिल, इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता, शिक्षक, डाक्टर, एग्रीकल्चर युनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर, बैंक कर्मी और स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं।
15599 लोगों के लिए सैंपल
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए दो ही उपाय हैं। लोग मास्क लगाएं और सर्दी जुखाम या बुखार होने पर अपनी कोविड जांच कराएं। जांच अब स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ा दी है। शुक्रवार को सर्वाधिक 15599 लोगों के सैंपल लिए गए। इसमें आरटीपीसीआर, एंटीजन, ट्रू नैट से होने वाली जांच शामिल है।
2210 हुए डिस्चार्ज
कोरोना से लोग ठीक भी हो रहे हैं। एक दिन में 2210 लोगों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। इसमें 47 को कोविड अस्पतालों से और 2163 को होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज किया गया। कोविड के नोडल की तरफ से जारी आंकड़े बताते हैं कि होम आइसोलेशन में रहते कोविड-19 में अब तक 47939 लोग स्वस्थ किए जा चुके हैं।
फाफामऊ घाट पर अलग नजारा
फाफामऊ घाट पर उनके शवों का दाह संस्कार हो रहा है जिनकी मौत कोरोना से हो रही है। कुछ सीमित जमीन पर श्मशान घाट बनाया गया था ताकि प्रत्येक दिन लाए जाने वाले अनुमानित चार छह शवों का अंतिम संस्कार हो सके। हालांकि मृतकों की प्रत्येक दिन की संख्या 20 से अधिक हो गई है।
फेफड़ा डैमेज कर रहा वायरस
कोविड-19 के नोडल अफसर डा. ऋषि सहाय का कहना है कि अस्पतालों में कोविड संक्रमितों की मृत्यु दर कम करने के सभी संभव प्रयास हो रहे हैं। जांच का दायरा भी बढ़ाया गया है। हालांकि वायरस से संक्रमितों के फेफड़े डैमेज हो जा रहे हैं और अस्पताल आने में लोग देर भी कर रहे हैं। इसलिए जिन्हें भी कोरोना के मामूली लक्षण महसूस हों वे फौरन अपनी कोविड जांच कराएं।