Move to Jagran APP

बेघर हुए हॉकी के National Player मो. तालिब की दास्‍तां, प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने दस्‍तावेजों के साथ बुलाया

हॉकी के राष्‍ट्रीय खिलाड़ी मोहम्‍मद तालिब के अनुसार उन्हें बातचीत के लिए पीडीए के अधिकारियों ने आज बुलाया है। वह मकान के दस्तवेज़ों के साथ अधिकारियों से सामने अपना पक्ष रखेंगे। उनकी मदद के लिए कोच व अन्‍य लोग आगे आ गए हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 23 Mar 2021 11:30 AM (IST)Updated: Tue, 23 Mar 2021 11:30 AM (IST)
बेघर हुए हॉकी के National Player मो. तालिब की दास्‍तां, प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने दस्‍तावेजों के साथ बुलाया
हॉकी के राष्‍ट्रीय खिलाड़ी मोहम्‍मद तालिब की मदद को लोग आगे आने लगे हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में पिछले पांच दिन से सड़क पर रह रहे राष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी मो. तालिब  के मामले ने खलबली मचा दी है। इंटरनेट मीडिया पर इसका वीडियो वारयल हुआ तो बात एक से होकर दूसरे तक मामला पहुंचा। घर से बेघर किए गए इस खिलाड़ी के मामले को प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने संज्ञान में लिया है। मंगलवार को पीडीए के अधिकारियों ने उन्‍हें बातचीत के लिए बुलाया है।

loksabha election banner

मोहम्‍मद तालिब ने बताया कि उन्हें बातचीत के लिए पीडीए के अधिकारियों ने आज बुलाया है। वह मकान के दस्तवेज़ों के साथ अधिकारियों से सामने अपना पक्ष रखेंगे। तालिब ने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिलता है कि तो वह सड़क पर ही आमरण अनशन करेंगे। उधर आज तालिब से मिलने के लिए उनके कोच भी पहुंचे और हर संभव सहायता करने का आश्‍वासन दिया। फिलहाल तालिब की मदद को हाथ भी बढ़ने लगे हैं। उनके कोच अरशद इलियास अल्‍वी ने एक लाख व चार लाख अन्‍य लोगों ने दिया।

पीडीए ने किस्त नहीं जमा करने पर खाली करा लिया था मकान

इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ कि हॉकी के राष्ट्रीय खिलाड़ी मो. तालिब परिवार संग पिछले पांच दिनों से सड़क पर गुजर बसर कर रहे हैैं। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने बकाया नहीं जमा करने पर 18 मार्च को सामान सहित उनके परिवार को बाहर निकाल दिया था। अटाला स्थित मजीदिया इस्लामिया इंटर कालेज के निकट पीडीए की कार्पोरेशन कालोनी के सामने तालिब फुटपाथ पर बैठे हैं।

आप भी जानें क्‍या है मामला

तालिब के पिता को वर्ष 2000 में 25 हजार रुपये जमा करने पर आवास आवंटित हुआ था। आर्थिक दिक्कतों की वजह से नौ साल तक किस्तें जमा नहीं कराई जा सकीं। वर्ष 2009 में बकाया रकम 1.55 लाख रुपये हो गई। फरवरी 2009 में ओटीएस योजना के तहत दो किस्तों में 1,27 लाख जमा कराने के लिए कहा गया। तालिब के अनुसार पिताजी ने पहली किस्त जमा कर दी। जब दूसरी किश्त जमा करने गए तो पीडीए के बाबू ने अतिरिक्त पैसे की मांग की। ऐसा नहीं करने पर दूसरी किस्त जमा करने से इन्कार कर दिया। 18 मार्च को प्राधिकरण ने आवास का सामान बाहर निकाल ताला लगा दिया। मप्र व पंजाब की तरफ से वर्ष 2014 से 2018 तक सब जूनियर, जूनियर और सीनियर नेशनल हाकी चैैंपियनशिप में प्रतिभाग कर चुके तालिब ने मुख्यमंत्री से भी न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन फिलहाल राहत नहीं मिली थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.