गरीबी से जूझ रही बास्केटबाल की पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी को फेसबुक पोस्ट से मिली मदद Prayagraj News
एसडीएम शंकर शरण ओमी अपने टीम के साथ कंचन कुमारी के घर पहुंचे। उसे राशन का सारा सामान और तीन हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी। साथ ही भविष्य में भी मदद करने का भरोसा दिया।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस के संकट के इस दौर में बिहार के मधुबनी जनपद में बेहद गरीबी से जूझ रही बेसहारा कंचन कुमारी पर दोहरी मुसीबत टूट पड़ी। आइपीएस बनने के लिए सिविल सविर्सेज की तैयारी कर रही कंचन की मां सोनी देवी का शुक्रवार को देहांत हो गया। पिता का पहले ही निधन हो चुका था। घर में अन्न का एक दाना नहीं है और न तो एक पैसा ही। ऐसे में राष्ट्रीय स्तर की बास्केट बाल खिलाड़ी रह चुकी कंचन के लिए प्रयागराज में आइजी रेंज कार्यालय में तैनात सिपाही आशीष कुमार की फेसबुक पोस्ट मददगार साबित हुई।
सिपाही आशीष की फेसबुक पर किया था मदद का आग्रह
आशीष ने फेसबुक पर आशुतोष यादव की पोस्ट से कॉपी कर कंचन कुमारी की मदद का आग्रह करते हुए पोस्ट की थी। उनकी पोस्ट को देख बिहार की ही सुषमा देवी ने मधुबनी के प्रशासन को खबर दी।
मधुबनी में जयनगर के एसडीएम मदद को पहुंचे
इसके बाद मधुबनी में जयनगर के एसडीएम शंकर शरण ओमी अपने टीम के साथ कंचन कुमारी के घर पहुंचे। उसे राशन का सारा सामान और तीन हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी। साथ ही भविष्य में भी मदद करने का भरोसा दिया।
मेहनत रंग लाई
इसे बारे में सुषमा दुबे ने सिपाही आशीष को टैग करते हुए फेसबुक पर पोस्ट किया तो वह बेहद खुश हुए कि उनके छोटे से प्रयास से बेसहारा कंचन को कुछ सहारा मिला है। आशीष का कहना है कि उन्होंने यह सोचकर ही पोस्ट किया था कि कोई न कोई तो कंचन की मदद के लिए आगे आएगा ही। उनके प्रयास से किसी को मदद मिले जाए। इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है। यही मानवता है। हर आदमी के जीवन का यही लक्ष्य होना चाहिए कि वह किसी की जरूरत पर मदद कर सके।