वैक्सीन आने से पहले प्रशिक्षण पर दिया ध्यान और भूल गए जागरूकता अभियान, प्रयागराज में स्वासथ्य विभाग का हाल
कोविड-19 के टीकाकरण से पहले प्रशिक्षण पर पूरी ताकत झोंकने वाला स्वास्थ्य विभाग यहां किसी केंद्र को सूबे में आदर्श बनाने में नाकाम रहा। प्रदेश सरकार ने शुरुआती दिनों में यह निर्देश दिए थे कि प्रत्येक केंद्र पर कम से कम 100 लोगों को टीके लगाए जाएंगे
प्रयागराज, जेएनएन। कोविड-19 के टीकाकरण से पहले प्रशिक्षण पर पूरी ताकत झोंकने वाला स्वास्थ्य विभाग यहां किसी केंद्र को सूबे में आदर्श बनाने में नाकाम रहा। प्रदेश सरकार ने शुरुआती दिनों में यह निर्देश दिए थे कि प्रत्येक केंद्र पर कम से कम 100 लोगों को टीके लगाए जाएंगे, बाद में यह संख्या 125 हुई। लेकिन किसी भी केंद्र पर यह दोनों ही लक्ष्य एक दिन में पूरे नहीं किए जा सके।
दूसरे चरण के अंतिम दिन महज 55 फीसद लोगों को ही हो सका टीकाकरण
जिले में अब तक अधिकतम 71 फीसद टीकाकरण ही हो पाया। कितना भी जोर लगाने पर इससे आगे बढ़ ही नहीं पाया। दूसरे राउंड के अंतिम दिन तो 55 फीसद लोग ही टीके लगवाने पहुंचे। 16 जनवरी से अब तक 13 दिवसों में अस्पतालों में टीके लगे लेकिन एक दिन में 125 टीके किसी भी केंद्र में नहीं लग पाये। इसके अलावा टीकाकरण की जिम्मेदारी से जुड़े कुछ चिकित्साधीक्षकों ने कहा था कि किसी एक केंद्र को प्रदेश में आदर्श केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग के नुमाइंदों ने ही लक्ष्यपूर्ति में सहयोग न कर सूबे में प्रयागराज का नाम रोशन नहीं किया।
नहीं किया जागरूक, दोष पोर्टल को
स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण से पहले इसके प्रशिक्षण में पूरा जोर लगाया। जबकि टीके लगवाने के प्रति अपने नुमाइंदों को जागरूक नहीं कर सके। न ही ऐसे कोई नियम बनाये जिससे कि सभी लाभार्थियों के लिये टीका लगवाना अनिवार्य हो सके। जबकि टीके लगवाने कम लोग ही पहुंच रहे हैं इसके पीछे कहा जा रहा है कि पोर्टल पर डेटा फीड करने में गड़बड़ी हुई।
तीन और पांच लाभार्थियों के लिए सत्र
जिले में अधिकांश 125 लाभार्थियों के लिये टीकाकरण सत्र बनाये जा रहे हैं लेकिन कुछ अस्पतालों में दो या तीन सत्र भी निर्धारित किये जाने लगे हैं जिससे कि लक्ष्य पूर्ति हो सके। ऐसे में कहीं पांच, कहीं तीन तो कहीं पर एक लाभार्थी के लिये भी सत्र बनाए गए।