'खईके पान बनारस वाला...' पर झूम उठे दिव्यांग बच्चे
प्रयाग संगीत समिति में दिव्यांग बच्चों ने धमाल किया। बच्चों ने फूलों की होली खेली और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। मौजूद लोगाें ने तालियों से उनका उत्साह बढ़ाया।
प्रयागराज : प्रयाग संगीत समिति परिसर में दिव्यांग बच्चों ने अबीर और गुलाल के साथ फूलों की होली खेली। जाति व धर्म से ऊपर उठकर यहां दिव्यांग बच्चे एक साथ मंच पर मौजूद रहे। होली को लेकर उनमें उत्साह और उल्लास अधिक दिखा। 'खईके पान बनारस वाला, खुल जाए बंद अकल का तालाÓ गीत पर दिव्यांग बच्चे थिरकते रहे। मौका था त्रिशला फाउंडेशन की ओर से आयोजित होली मिलन समारोह का।
होली मिलन समारोह का आयोजन
त्रिशला फांउडेशन की ओर से प्रति वर्ष दिव्यांग बच्चों (सेरेब्रल पाल्सी से पीडि़त) के लिए होली मिलन समारोह का आयोजन किया जाता है। उसी क्रम में इस बार भी यहां होली समारोह का आयोजन किया गया। बजे गीतों पर दिव्यांग बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत किया। उन्होंने दिखा दिया कि दिव्यांग हैं तो क्या है, हममें जोश भरपूर है। हम भी त्योहार का आनंद उठा सकते हैं। इस दौरान उनके अविभावक भी मौजूद रहे और बच्चों का उत्साहवर्धन करते रहे। बच्चों ने एक से बढ़कर एक रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति की। बच्चों ने जब माइक लेकर होली गीत प्रस्तुत किया तो पूरा परिसर तालियों से गूंज उठा। आठ वर्षीय अमान खां ने होली के गीतों पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया।
दिव्यांग बच्चों का मनोबल बढ़े, यही कार्यक्रम का उद्देश्य
फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. जितेंद्र कुमार जैन ने कहा कि इस तरह का आयोजन करने का उद्देश्य होता है सेरेब्रल पाल्सी के बच्चे व उनके अभिभावक एक साथ मिलें। सभी जाति व धर्म के लोग यहां पहुंचते हैं। संस्था की सचिव डॉ. वारिदमाला जैन ने कहा कि सभी त्योहारों में दिव्यांगों को हिस्सेदारी बनाना यह समाज का दायित्व है। ऐसे आयोजनों से इनका मनोबल बढ़ता है। इस मौके पर प्रदीप कुमार शुक्ल, सीएस सिंह, आलोक सिंह, डॉ. एनएन वर्मा, रमाशंकर श्रीवास्तव, वैभव शुक्ल, सचिन शुक्ल, दीपचंद्र, अमित, विनय, शशि, सत्येंद्र, वेद, योगेश, निलेश आदि मौजूद रहे। संचालन डॉ. वारिदमाला जैन ने किया।