Guru Purnima 2021: शिष्यों से गुलजार हुआ गुरु का दरबार, प्रयागराज संगम में भक्तों ने लगाई पुण्य की डुबकी
Guru Purnima 2021 गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर संगम में स्नान करने का सिलसिला भोर से ही शुरू हो गया था। सनातन धर्मावलंबियों ने संगम में स्नान व ध्यान करने के बाद तीर्थ पुरोहितों के निर्देशानुसार दान-पुण्य किया। इसके बाद गुरु का पूजन करने मठ व मंदिरों में पहुंचे।
प्रयागराज, जेएनएन। गुरु पूर्णिमा का पर्व आज आस्था और भक्तिमय माहौल में मनाया जा रहा है। इस दौरान मठ-मंदिरों में आस्था, विश्वास व श्रद्धा की त्रिवेणी का साक्षात दर्शन हुआ। ज्ञान रूपी वैतरणी से समस्त भवसागर को पार करने में सक्षम बनाने वाले गुरु के प्रति उनके शिष्य कृतज्ञता व्यक्त कर रहे हैं। गुरु पूर्णिमा पर्व पर गुरु दर्शन-पूजन के लिए दूर-दराज से भक्त प्रयागराज आए हैं। शिष्य गुरु का आरती, पूजन करके उनके चरणों पर शीश झुकाकर जीवनभर सान्निध्य प्राप्ति की कामना कर रहे हैं। गुरु भी शिष्य को समस्त भवसागर से मुक्ति का आशीर्वाद दे रहे हैं।
गंगा, यमुना के संगम में जुटी स्नानार्थियों की भीड़
गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर संगम में स्नान करने का सिलसिला भोर से ही शुरू हो गया था। सनातन धर्मावलंबियों ने संगम में स्नान व ध्यान करने के बाद तीर्थ पुरोहितों के निर्देशानुसार दान-पुण्य किया। इसके बाद गुरु का पूजन करने के लिए मठ व मंदिरों में पहुंचे।
वासुदेवानंद व नरेंद्र गिरि के आश्रम में भीड़
शंकराचार्य आश्रम अलोपीबाग में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद का दर्शन-पूजन करने के लिए दूर-दूर से भक्त आए हैं। मास्क लगाकर थर्मल स्कैनिंग करने के बाद सबको प्रवेश दिया जा रहा है। शारीरिक दूरी मानक का पालन करते हुए समस्त आयोजन कराए जा रहे हैं। वहीं, श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने सुबह ध्वज पूजन व जनकल्याण के लिए रुद्राभिषेक किया। इसके बाद उनके शिष्यों ने उनका पूजन करके आरती उतारी। बाहर से आने वाले शिष्यों को भंडारा में प्रसाद ग्रहण कराया जा रहा है। भीड़ एकत्र न होने पाए उसका ध्यान रखा गया है।
शिष्य गुरु का कर रहे पूजन, ले रहे आशीर्वाद
त्रिवेणी बांध स्थित श्रीदेवरहा बाबा आश्रम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव डा. रामेश्वर प्रपन्नाचार्य शास्त्री की अध्यक्षता में चल रहा है। प्राचीन मनकामेश्वर मंदिर में ब्रह्मचारी श्रीधरानंद के नेतृत्व में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद के चित्र का पूजन किया गया। इसके बाद धरानंद के शिष्यों ने उनका पूजन किया। गऊघाट स्थित ओम नम: शिवाय संस्थान के संस्थापक प्रभु जी का आशीर्वाद लेने के लिए दूर-दूर से भक्त आए हैं। शिष्य भाव से गुरु का पूजन करके आशीष ले रहे हैं।