Hindustani Academy : गोरखपुर के डॉ. प्रदीप को गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान Prayagraj News
अकादमी के अध्यक्ष डॉ. उदय प्रताप सिंह ने गुरुवार को यह घोषणा करते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण खत्म होने के बाद चयनित रचनाकारों को मुख्यमंत्री सम्मानित करेंगे।
प्रयागराज,जेएनएन। हिंदुस्तानी अकादमी का प्रतिष्ठित गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान-2019 गोरखपुर के डॉ. प्रदीप कुमार राव को दिया जाएगा। उनकी पुस्तक 'गुरु गोरक्षनाथ एवं आदिकालीन साहित्य' के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा। इस सम्मान के तहत पांच लाख रुपये व स्मृति चिह्न दिया जाता है। ढाई लाख रुपये का गोस्वामी तुलसीदास सम्मान मीरजापुर के उदय शंकर दुबे व डॉ. विजयनाथ मिश्र को 'रामचरित मानस की पांडुलिपियां' के लिए दिया जाएगा। अकादमी के अध्यक्ष डॉ. उदय प्रताप सिंह ने गुरुवार को यह घोषणा करते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण खत्म होने के बाद चयनित रचनाकारों को मुख्यमंत्री सम्मानित करेंगे।
अकादमी हिंदी व उर्दू साहित्य को संरक्षित करने के लिए रचनाकारों को प्रोत्साहित करती है। हर वर्ष मार्च में रचनाकारों को सम्मानित किया जाता है इस बार लेकिन, कोरोना संक्रमण के कारण वर्ष 2019 का समारोह तय समय पर नहीं हो सका। भारतेंदु हरिश्चंद्र, महावीर प्रसाद द्विवेदी, फिराक गोरखपुरी, कुम्भनदास ब्रजभाषा, हिंदुस्तानी एकेडमी युवा लेखन कविता व हिंदुस्तानी अकादमी युवा लेखन कथा सम्मान के लिए चयनित लेखकों के नाम भी घोषणा की गई।
ये रचनाकार होंगे सम्मानित
गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान : डॉ. प्रदीप कुमार राव (गोरखपुर) को उनकी रचना 'गुरु गोरक्षनाथ एवं आदिकालीन साहित्य ' के लिए। पुरस्कार की धनराशि पांच लाख रुपये है।
गोस्वामी तुलसीदास सम्मान : मीरजापुर के उदय शंकर दुबे व डॉ. विजयनाथ मिश्र को उनकी कृति 'रामचरित मानस की पांडुलिपियां ' के लिए मिलेगा। पुरस्कार की धनराशि ढाई लाख रुपये है।
-भारतेंदु हरिश्चंद्र सम्मान : डॉ. विजयानंद प्रयागराज को उनकी पुस्तक 'धर्मचक्र ' के लिए दिया जाएगा। पुरस्कार की धनराशि दो लाख रुपये है।
-महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान : डॉ. सर्वेश पांडेय मऊ को उनकी पुस्तक ' हिंदी भाषा के आयाम ' के लिए । पुरस्कार की धनराशि दो लाख रुपये है।
-फिराक गोरखपुरी सम्मान : रामसहाय मिश्र 'कोमल शास्त्री ' आंबेडकरनगर को उनकी पुस्तक 'वक्त के बाजार में ' के लिए। पुरस्कार की धनराशि एक लाख रुपये है।
-कुम्भनदास ब्रजभाषा सम्मान : भोजराज सिंह 'भोज ' हाथरस को उनकी पुस्तक 'अन्नदाता-किसान ' के लिए दिया जाएगा। पुरस्कार राशि एक लाख रुपये है।
-हिंदुस्तानी एकेडमी युवा लेखन कविता सम्मान : गरिमा सक्सेना लखनऊ को उनकी पुस्तक 'मैं छिपा सूरज कहां ' के लिए। सम्मान राशि 11 हजार रुपये।
-हिंदुस्तानी एकेडमी युवा लेखन सम्मान कथा : कुलदीप राघव नोएडा को उनकी पुस्तक 'इश्क मुबारक ' के लिए। सम्मान राशि 11 हजार रुपये।
बेहतर लेखन को मिली प्रेरणा : डॉ. विजयानंद
भारतेंदु हरिश्चंद्र सम्मान पाने वाले प्रयागराज के साहित्यकार विजयानंद ने कहाकि इससे बेहतर लेखन की प्रेरणा मिली है। वह भविष्य में सामाजिक विकृतियों को रेखांकित करते हुए लेखनी चलाएंगे। इससे पूर्व उन्हें 2002 में उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान लखनऊ का मोहन राकेश नाटक पुरस्कार व 2014 में बाल साहित्य सम्मान मिल चुका है। डॉ. विजयानंद का पहला काव्य संग्रह 1985 में 'संबोधन ' नाम से छपा। वह अब तक 52 पुस्तकें लिख चुके हैं। त्रैमासिक पत्रिका 'वैश्विक साहित्य ' का संपादन भी करते हैं।