Move to Jagran APP

Guava Business in Prayagraj: सुर्खा पर छाया संकट तो बाजार में आ गए छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के अमरूद

Guava Business in Prayagraj प्रयागराज के सुर्खा अमरूद की दुनियाभर में अलग पहचान है। अपने रंग मिठास और सुगंध के मामले में यह सेब को टक्कर देता है। ऐसा अमरूद प्रयागराज और आसपास की जलवायु में ही पैदा होता है। पिछले दो वर्षों से इसका उत्पादन काफी प्रभावित हुआ है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 17 Nov 2021 08:52 AM (IST)Updated: Wed, 17 Nov 2021 06:48 PM (IST)
Guava Business in Prayagraj: सुर्खा पर छाया संकट तो बाजार में आ गए छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के अमरूद
प्रयागराज के प्रसिद्ध सुर्खा अमरूद का उत्पादन कम होने से दूसरे शहरों और विदेशों में आपूर्ति घटी है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अमरूद के शौकीनों को इस बार मायूस होना पड़ेगा। उन्‍हें प्रयागराज का प्रसिद्ध सुर्खा अमरूद का स्‍वाद कम ही मिल पाएगा। मौसम में बदलाव और बीमारियों के चलते इस बार सुर्खा अमरूद का उत्पादन कम हुआ है। ऐसे में इसकी भरपाई करने के लिए बाजार में छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से अमरूद आ गए हैं। हालांकि सुर्खा के मुकाबले स्वाद में ये कमतर हैं लेकिन उसकी कमी के चलते इन अमरूदों की बिक्री हो रही है। बाजार में यह अमरूद 50 से 80 रुपये किलो बिक रहा है। जबकि सुर्खा का रेट करीब सौ रुपये किलो है।

prime article banner

प्रयागराज के सुर्खा अमरूद की दुनियाभर में पहचान

संगमनगरी के सुर्खा अमरूद की दुनियाभर में अलग पहचान है। अपने रंग, मिठास और सुगंध के मामले में यह सेब को टक्कर देता है। ऐसा अमरूद प्रयागराज और आसपास की जलवायु में ही पैदा होता है। हालांकि पिछले दो वर्षों से इसका उत्पादन काफी प्रभावित हुआ है। इसके कई कारण हैं, लेकिन मुख्य कारण बारिश के बाद आई बीमारी बताई जा रही है। उस बीमारी पर समय रहते नियंत्रण न हुआ और सुर्खा का उत्पादन कम हो गया है।

सुर्खा के साथ सफेदा का उत्‍पादन भी कम

बीमारी के चलते केवल सुर्खा ही नहीं, सफेदा और अन्य प्रजाति के अमरूद का भी उत्पादन कम हुआ है। अमरूद के गढ़ संगम नगरी में उत्पादन कम हुआ तो यहां पर छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से अमरूद आ गया है। बाजार में मिलने वाला हरा और बड़े साइज का अमरूद छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र का है।

दूसरे शहरों से अमरूद मंगाकर बेच रहे व्‍यापारी

फल व्यापारी अनिल कुशवाहा ने बताया कि पहले यहां से देश भर में ही नहीं विदेशों में भी अमरूद जाता था लेकिन अब बहुत कम जा रहा है। यहां की मांग को देखते हुए दूसरे शहरों से अमरूद मंगवाकर बेच रहे हैैं। दूसरे शहरों और राज्यों से आने वाले अमरूद में वह स्वाद नहीं है, जो सुर्खा में है। संगमनगरी का सुर्खा अमरूद इससे महंगा ही बिकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.