...फिर भी वह अपने को बेकसूर ही बताता रहा, चोरी के शक में बालक पर जुर्म की दास्तां Prayagraj News
चोरी के शक में 11 साल के बालक को दुकानदार ने रात भर यातना दी। वह किराने की दुकान में काम करता है। परिवार के लोग जब थाने में पहुंचे तो उन्हें इधर-उधर दौड़ाया जा रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। वह मासूम रोता-बिलखता रहा, दर्द से कराहता रहा और कहता रहा कि मैंने चोरी नहीं की है...लेकिन बेदर्द दुकानदार नहीं पसीजा। वह उसे यातना देता रहा...रात भर। कपड़े उतारकर ठंडा पानी डाला गया। तब भी वह खुद को बेकसूर ही बताता रहा। उस पर एसिड भी डाला, जिससे आंख पर चोट पहुंची। यह कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि हकीकत है। जी हां, नैनी बाजार का मामला है।
गरीब विक्रम का 11 वर्षीय पुत्र विशाल दुकान में नौकर है
वाकया यहां से शुरू होता है। नैनी थाना क्षेत्र के पूरवा खास चाका गांव निवासी विक्रम पासी मजदूरी करता है। हाड़तोड़ मेहनत के बाद भी परिवार को दो जून की रोटी भी नसीब नहीं हो पाती है। घर की आर्थिक स्थिति में थोड़ा सहयोग करने के लिए विक्रम के तीन बेटों में दूसरे नंबर का 11 वर्षीय विशाल ऊर्फ गन्नू पिछले चार माह से नैनी बाजार में किराने की दुकान में काम कर रहा था।
एक बोरा मखाना चुराने का आरोप लगाकर बंधक बनाया
दुकान के मालिक ने बुधवार रात एक बोरा मखाना चुराने का आरोप लगाते हुए विशाल को बंधक बना लिया। रात भर उसे पीटा। कपड़े उतारकर उस पर ठंडा पानी डाला गया। इस ठंड के मौसम में पंखा भी चला दिया। तब भी विशाल ने चोरी का जुर्म नहीं कुबूला। आरोप है कि दुकानदार ने उस पर एसिड फेंका। इससे विशाल की एक आंख नहीं खुल रही है। दर्द से तड़पते हुए देर रात किसी प्रकार लाख कहने पर भी विशाल को घर नहीं जाने दिया गया।
कार्रवाई के बजाय पुलिस थाने और चौकी का लगवा रही चक्कर
जब विशाल देर रात तक घर नहीं पहुंचा तो परिवार के लोग दुकान मालिक के पास पहुंचे लेकिन उन्हें भगा दिया गया। गुरुवार सुबह स्वजन नैनी चौकी प्रभारी दौलत यादव के पास गए। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद विशाल को छोड़ा गया। उसे इलाज के लिए ले जाया गया। पिता विक्रम ने पुलिस को तहरीर दी। आरोप लगाया कि बेरहम दुकानदार फरार हो गया है। विशाल के परिवार के लोगों का आरोप है कि पुलिस कार्रवाई करने के बजाय थाने और चौकी का चक्कर लगवा रही है।
चौकी प्रभारी का बेतुका बयान
चौकी प्रभारी दौलत यादव का कहना है कि दुकानदार फरार है। वह मिले तो पूछताछ में सच्चाई उजागर हो। उन्होंने कहा कि लड़के को इलाज के लिए भेजा गया है। एसिड हमले के सुबूत नहीं मिले हैैं।