मुलायम और मायावती राज की 23 सड़कों की होगी जांच, तलाशी जा रही फाइलें Prayagraj News
मायावती और मुलायम सिंह यादव की सरकार के समय बनी प्रयागराज और प्रतापगढ़ सड़कों की की जांच भाजपा की योगी सरकार कराएगी। इसके लिए फाइलें तलाशी जा रही हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रदेश में मुलायम सिंह यादव और मायावती की सरकार में मंडल के दो जिलों प्रयागराज व प्रतापगढ़ में बनाई गई 23 बड़ी सड़कों की जांच कराई जाएगी। यह जांच विशेष जांच प्रकोष्ठ (एसआइटी) करेगा। सड़क की गुणवत्ता से लेकर टेंडर और फर्म के बारे में छानबीन कराई जाएगी। फिलहाल अभी प्रकोष्ठ की मांग पर इन सड़कों की फाइलें खंगाली जा रही हैं।
अभी प्रयागराज की 17 और प्रतापगढ़ की छह सड़कें जांच के लिए चिह्नित
वैसे तो पूर्ववर्ती सरकारों में मंडल में दो सौ से ज्यादा सड़कों का चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण, सौंदर्यीकरण, मरम्मतीकरण किया गया था। इसके अलावा स्टेट और नेशनल हाईवे भी बनवाए गए थे। शासन के निर्देश पर अभी प्रयागराज की 17 और प्रतापगढ़ की छह सड़कें जांच के लिए चिह्नित की गई हैं। इनमें प्रयागराज के यमुनापार में मांडा रोड से भारतगंज-कोरांव,नारीबारी होते हुए लालापुर तक स्टेट हाईवे, सिरसा से कोरांव, रामपुर से कोहड़ार घाट, कोहड़ार घाट से कोरांव, मेजा रोड से खीरी, पचदेवरा से गौहनिया आदि सड़कें बनाई गईं थीं। इसी तरह गंगापार में झूंसी के चक से छिबैया, जमुनीपुर होते हुए हनुमानगंज, सैदाबाद से असढिय़ा, हंडिया से फूलपुर, हंडिया से धनूपुर, फूलपुर से सोरांव, फाफामऊ से सहसों होते हुए हनुमानगंज की सड़कें बनी थीं। इन सड़कों से संबंधित फाइलें विशेष जांच प्रकोष्ठ (एसआइटी) ने मांगी है। विभाग के अफसर फाइलें तलाश करा रहे हैं।
सड़कों के निर्माण में करोड़ों रुपये का घपला हुआ था
बताते हैं कि इन सड़कों के निर्माण में करोड़ों रुपये का घपला हुआ था। सड़कों के निर्माण में ज्यादा धनराशि खर्च करने से लेकर गुणवत्ता की भी शिकायतें आईं थीं। यही नहीं, ज्यादा पैसे खर्च करने के बाद भी सड़कों का निर्माण वक्त पर पूरा नहीं हो सका था। इसके अलावा इनमें कई सड़कें ऐसी हैं जो कुछ समय में क्षतिग्रस्त भी हो गईं, जिनकी दोबारा बजट से मरम्मत कराई गई।
बोले लोनिवि के मुख्य अभियंता
लोक निर्माण विभाग प्रयागराज के मुख्य अभियंता हिमांशु मित्तल ने कहा कि वर्ष 2004 से लेकर 2012 तक प्रयागराज और प्रतापगढ़ में बनाई गई सड़कों का ब्योरा मांगा गया है। जल्द ही पूरी सूचना एसआइटी को दे दी जाएगी।
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