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शासन का हर किसान से अधिकतम 60 क्विंटल धान खरीद का फरमान, बड़े काश्तकार हैं परेशान

चार दिन पहले शासन ने नई नीति जारी करते हुए कहा कि अब प्रत्येक किसानों से 60 क्विंटल से अधिक धान की खरीद न की जाए। जिले में 200 से अधिक बड़े कास्तकार हैं। ऐसे में बड़े किसानों को धान विक्रय करने के लिए दिक्कतें हो रहीं हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Mon, 03 Jan 2022 03:56 PM (IST)Updated: Mon, 03 Jan 2022 03:56 PM (IST)
शासन का हर किसान से अधिकतम 60 क्विंटल धान खरीद का फरमान, बड़े काश्तकार हैं परेशान
अब किसान 60 क्विंटल से अधिक धान नहीं बेच सकेंगे। पहले कोई बाध्यता नहीं थी।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज हो गया प्रतापगढ़, क्रय केंद्रों पर धान की खरीद तेजी से हो रही है। अभी भी दो माह खरीद करने का समय शेष बचा है। एफसीआइ में जगह नहीं होने से क्रय केंद्रों पर धान डंप पड़ा है। अब तक 50 प्रतिशत धान की खरीद हो चुकी है। धान की खरीद कम करने का इशारा शासन ने किया है। ऐसे में अब किसान 60 क्विंटल से अधिक धान नहीं बेच सकेंगे। पहले कोई बाध्यता नहीं थी। केंद्रवार एक मशीन भी कम कर दी गई है। इससे किसान मुश्किल में हैं।

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शासन से पांच दिन पहले आया नया फरमान

यूपी के सभी जिलों में एक नवंबर से धान की खरीद हो रही है। 28 फरवरी तक खऱीद होनी है। धान की खरीद करने के लिए प्रतापगढ़ में 52 क्रय केंद्र खोले गए हैं। इसमें पीसीएफ, मंडी समिति, खाद्य विभाग व नेफेड के केंद्र शामिल हैं। अभी तक जिले में लक्ष्य 74 हजार मीट्रिक टन के सापेक्ष करीब 41 हजार एमटी धान की खरीद हो चुकी है। दो माह तक और धान की खरीद होगी। ऐसे में लक्ष्य को पूरा करना आसान दिख रहा है। चार दिन पहले शासन ने नई नीति जारी करते हुए कहा कि अब प्रत्येक किसानों से 60 क्विंटल से अधिक धान की खरीद न की जाए। जिले में 200 से अधिक बड़े कास्तकार हैं। ऐसे में बड़े किसानों को धान विक्रय करने के लिए दिक्कतें हो रहीं हैं। कुंडा, लालगंज, पट्टी व रानीगंज के दर्जनों बड़े किसान हैं जो जनवरी माह के अंत में धान विक्रय करते हैं। अब उनको मुश्किल झेलनी पड़ सकती है। डिप्टी आरएमओ अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया कि 60 क्विंटल से अधिक धान अब किसान नहीं बेच पाएंगे।

खराब प्रगति पर केंद्र प्रभारियों को फटकारा

पीसीएफ के कई केंद्रों पर धान की खरीद की प्रगति काफी खराब है। विभाग के जिला प्रबंधक धनंजय तिवारी ने इसकी वर्चुवल समीक्षा की। इसमें खराब प्रगति पाए जाने पर केंद्र प्रभारी नरई, साड़ा हर्षपुर, ढिंढुई, मानधाता, सराय देवराय सहित को फटकार लगाई। इन सभी केंद्र प्रभारियों से सोमवार को स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। क्रय केंद्रों से धान का उठान न होने पर भी नाराजगी जताई। सभी केंद्र प्रभारियों को प्रत्येक दिन 300 क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य दिया गया है।


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