डीएफसी पर खुर्जा से भाऊपुर तक दिसंबर से तेज रफ्तार में चलेंगी मालगाड़ियां Prayagraj news
पहले तो 27 नवंबर यानी आज से डीएफसी पर मालगाडिय़ों का संचालन शुरू किया जाना था लेकिन रेलवे की महत्वाकांक्षी योजना होने के चलते नए कॉरिडोर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं। इसके लिए रेलवे की तरफ से प्रस्ताव भेजा जा चुका है।
प्रयागराज, अतुल यादव। भारतीय रेल की सबसे महत्वाकांक्षी योजना डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) के पहले हिस्से पर मालगाडिय़ों का संचालन दिसंबर से शुरू होने के आसार हैं। इसके लिए सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है। जल्द ही इसका व्यापक असर देखने को मिलेगा और इसका सीधा फायदा पैसेंजर ट्रेन की स्पीड बढ़ाने में मिलेगा। इसके अलावा माल ढुलाई की रफ्तार में भी तेजी आएगी। जैसे-जैसे कॉरिडोर तैयार होते जाएंगे, मालगाड़ियां डीएफसी पर शिफ्ट होती जाएंगी।
27 नवंबर से शुरू होना था मालगाड़ियों का संचालन
पहले तो 27 नवंबर यानी आज से डीएफसी पर मालगाडिय़ों का संचालन शुरू किया जाना था, लेकिन रेलवे की महत्वाकांक्षी योजना होने के चलते नए कॉरिडोर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं। इसके लिए रेलवे की तरफ से प्रस्ताव भेजा जा चुका है। हालांकि अभी पीएमओ से समय नहीं मिला है। माना जा रहा है कि दिसंबर के प्रथम सप्ताह में इसका शुभारंभ किया जा सकता है। डीएफसी के एमडी आरएन सिंह के मुताबिक, ईस्टर्न कॉरिडोर जून 2022 तक पूरे हो जाएंगे। इसके पहले हिस्से में दिल्ली-हावड़ा मार्ग पर खुर्जा से भाऊपुर के बीच करीब 351 किलोमीटर में मालगाडिय़ां चलाई जाएंगी। रेलवे को इसका बड़ा लाभ मिलेगा। इसके पहले भदान से खुर्जा के बीच करीब 194 किलोमीटर अप लाइन पर ट्रायल चल रहा था। दिल्ली-कानपुर सेंट्रल के बीच अभी ट्रेनें भी बहुत ज्यादा है। इसलिए ट्रैक पर लोड पहुंच जाता है। बताया कि इस कॉरिडोर पर मालगाडिय़ों की स्पीड बढ़ाने की वजह से कम समय में माल पहुंंचाया जा सकेगा।
100 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेंगी मालगाड़ी
डीएफसीसीआइएल के जनरल मैनेजर आपरेशन वेद प्रकाश के मुताबिक, संभवत: दिसंबर के पहले सप्ताह में खुर्जा से भाऊपुर के बीच गुड्स ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाएगा। डीएफसी पर इनकी 100 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। अभी रेलवे के सामान्य ट्रैक पर मालगाडिय़ों की औसतन गति 60 किलोमीटर प्रति घंटा है। बताया जा रहा है कि रेलवे के सामान्य वैगन में सात से नौ हजार टन माल लादने की क्षमता है। फिलहाल इसी वैगनों से मालगाडिय़ां दौड़ेंगी। लेकिन, डीएफसी के वैगन और आधुनिक होंगे। इनकी क्षमता 13 से 15 हजार टन होगी। इससे माल ढुलाई में और सहूलियत मिलेगी।