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Good News: सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की कमी दूर होगी, प्रयागराज को मिलेंगे 70 चिकित्‍सक

Good News काल्विन अस्पताल बेली अस्पताल तेलियरगंज स्थित टीबी हास्पिटल डफरिन अस्पताल चिल्ड्रेन अस्पताल और ग्रामीण क्षेत्रों के पीएचसी व सीएचसी में डाक्टरों की कमी लंबे समय से है। सबसे ज्यादा दिक्कत काल्विन अस्पताल और बेली अस्पताल में है। क्योंकि यहीं शहर से ज्यादा मरीज पहुंचते हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 10 Nov 2021 11:07 AM (IST)Updated: Wed, 10 Nov 2021 11:07 AM (IST)
Good News: सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की कमी दूर होगी, प्रयागराज को मिलेंगे 70 चिकित्‍सक
सरकारी अस्‍पतालों में चिकितसकों की कमी पूरी करने के लिए स्वास्थ्य महा निदेशालय सक्रिय है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। सरकारी अस्पतालाें में डाक्टरों की कमी अब ज्यादा दिन तक नहीं रहेगी। स्वास्थ्य महानिदेशालय ने डाक्टरों की कमी पूरी करने के लिए कार्ययोजना बना ली है। इसके तहत प्रयागराज को शासन से 70 डाक्टर दिए जाएंगे। इन्हें मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय यानी काल्विन अस्पताल और बेली समेत अन्य अस्पतालों में तैनात किया जाएगा। किस अस्पताल के हिस्से में कितने डाक्टर आएंगे यह जिला स्वास्थ्य योजना की समिति तय करेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि इसी नवंबर माह में अस्पतालों को नए डाक्टर मिल जाएंगे।

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स्‍वास्‍थ्‍य महानिदेशालय के फैसले से मरीजों को होगा फायदा

स्वास्थ्य महानिदेशालय का यह कदम मरीजों के लिए फायदेमंद रहेगा क्योंकि विभिन्न रोगों के नए डाक्टर मिल जाने से अस्पतालों में ओपीडी बढ़ेगी। फिजीशियन, त्वचा रोग विशेषज्ञ, नाक कान गला रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ और पेट संबंधी बीमारियों के लिए नए डाक्टर मिलेंगे। माना जा रहा है कि हाल ही में उप्र लोक सेवा आयोग से चयनित डाक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उन्हीं डाक्टरों की अब जिलों में तैनाती होनी है, जिससे प्रयागराज पर भी मेहरबानी होगी।

प्रयागराज के अस्पतालों से मांगी गई सूची

नगर के सभी सरकारी अस्पतालों से नौ नवंबर 2021 को चिकित्सा स्टाफ का विवरण स्वास्थ्य महानिदेशालय उप्र लखनऊ ने मांगा था। अस्पतालों ने अपने यहां डाक्टरों के कुल पद और कुल रिक्त पदों का ब्योरा भेजा है। इसमें यह भी बताया गया है किन बीमारियों के डाकटरों की सख्त जरूरत है। उसी अनुसार महानिदेशालय ने 70 डाक्टरों को दिए जाने के लिए हामी भरी है। जल्द ही इसका नोटिफिकेशन भी जारी होगा।

इन अस्‍पतालों में लंबे समय से है डाक्टरों की कमी

काल्विन अस्पताल, बेली अस्पताल, तेलियरगंज स्थित टीबी हास्पिटल, डफरिन अस्पताल, चिल्ड्रेन अस्पताल और ग्रामीण क्षेत्रों के पीएचसी व सीएचसी में डाक्टरों की कमी लंबे समय से है। सबसे ज्यादा दिक्कत काल्विन अस्पताल और बेली अस्पताल में है। क्योंकि यहीं शहर से ज्यादा मरीज पहुंचते हैं। ओपीडी में कई डाक्टरों के न रहने से लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में मजबूरन जाना पड़ता है। वहां महंगा इलाज होता है तो मरीज के तीमारदारों को गहनेे तक बेचने पड़ते हैं। सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की कमी पूरी हो जाने से लोग को इस परेशानी से निजात मिलेगी।


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