मोबाइल चार्जर में लिखे नंबर से कत्ल का राजफाश, प्रेमिका ब्लैकमेल कर रही थी इसलिए Pratapgarh में युवक ने गोली से उड़ा दिया
प्रतापगढ़ जनपद के फतनपुर इलाके में पिछले महीने 20 साल की युवती के कत्ल का राजफाश करते हुए पुलिस ने उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि ब्लैकमेलिंग से आजिज आकर युवक ने प्रेमिका की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ जनपद के फतनपुर इलाके में पिछले महीने 20 साल की युवती के कत्ल का राजफाश करते हुए पुलिस ने उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि ब्लैकमेलिंग से आजिज आकर युवक ने प्रेमिका की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपित प्रेमी को गिरफ्तार करके हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद कर लिया है।
छह साल से था उन दोनों के बीच प्रेम संबंध
फतनपुर थाना क्षेत्र के सुरवा मिश्रपुर (ललईकापूरा) गांव के रहने वाले अमर बहादुर पटेल की बेटी सुनीता (20) की 22 जनवरी की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसका शव घर से कुछ दूरी पर गन्ने के खेत में मिला था। इस घटना में पुलिस ने अमर बहादुर की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा लिखा था। स्वजनों ने पुलिस से कहा था कि सुनीता मोबाइल फोन नहीं रखती थी, लेकिन यह बात पुलिस के गले के नीचे नहीं उतर रही थी।
कुछ दिन पहले सुनीता की बड़ी बहन रीता मायके आई तो थानेदार ने उसे घर और आसपास मोबाइल ढूंढऩे के लिए कहा। खोजबीन के दौरान रीता को घर के बगल पंपिंग सेट के पास मोबाइल फोन का खाली डिब्बा व चार्जर मिला। चार्जर पर एक मोबाइल नंबर लिखा था। पुलिस ने उस नंबर को सर्विलांस पर लगाया तो पता चला कि वह सिम महेंद्र पटेल पुत्र कमला प्रसाद निवासी भुजैनी, फतनपुर की आइडी पर जारी हुआ था। उस नंबर से जिस नंबर पर लंबी बात होती थी उसे पुलिस ने सर्विलांस पर लगाया तो वह भी महेंद्र का निकला। पुलिस ने महेंद्र को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सब कुछ कुबूला और कत्ल का राजफाश हो गया।
कक्षा नौ से थी दोस्ती और फिर हो गया इश्क
सीओ रानीगंज डा.अतुल अंजान त्रिपाठी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि महेंद्र से पूछताछ में पता चला कि वह और सुनीता कक्षा नौ में गांव के ही एक स्कूल में पढ़ते थे। पढ़ाई के दौरान दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे थे। दोनों में नजदीकियां बनी। बीच में कुछ दिनों तक दोनों में संपर्क और मिलना जुलना बंद हो गया था। कुछ माह पूर्व सुनीता के एक रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में महेंद्र पटेल से मुलाकात हुई। फिर दोनों में प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। महेंद्र ने मोबाइल खरीद कर सुनीता को दिया और फिर दोनों में बातचीत होने लगी। महेंद्र के अनुसार दोनों में शारीरिक संबंध भी बने थे। कुछ दिनों से सुनीता पैसे की मांग करने लगी और ब्लैकमेल करने लगी।
परेशान होकर कत्ल की रची साजिश
सुनीता दिसंबर में उसने पांच हजार रुपये लिए थे। फिर वह पैसा मांग रही थी, पैसा न देने पर मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रही थी। परेशान होकर सुनीता से पीछा छुड़ाने के लिए उसने घटना की योजना बनाई। घटना के दिन पैसा देने के बहाने सुनीता को फोन करके पंपिंग सेट पर बुलाया। बातचीत के दौरान महेंद्र ने कनपटी पर तमंचा सटाकर सुनीता को गोली मार दी। इसके बाद सुनीता का मोबाइल व सिम तोड़कर फेंक दिया। जिस नंबर से फोन करके उसने सुनीता को बुलाया था, वह सिम भी तोड़कर फेंक दिया। इसके बाद घर पहुंचकर बांस की कोठ में तमंचा छिपा दिया। पुलिस ने महेंद्र की निशानदेही पर तमंचा बरामद कर लिया। शुक्रवार को पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।