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Ganga Water Pollution Checking: प्रयागराज के दो घाटों से लिया गया गंगाजल का सैंपल, 15 दिन में आएगी रिपोर्ट

Ganga Water Pollution Checking गंगा जल का सैंपल लेने के लिए लखनऊ स्थिति भारतीय विष विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आइआइटीआर) की तीन सदस्यीय टीम श्रृंगवेरपुर घाट पहुंची। साथ में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की भी टीम थी। नदी किनारे जहां शव दफनाए गए हैं उसी तरफ से गंगा जल के सैंपल लिए।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 25 May 2021 02:59 PM (IST)Updated: Tue, 25 May 2021 02:59 PM (IST)
Ganga Water Pollution Checking: प्रयागराज के दो घाटों से लिया गया गंगाजल का सैंपल, 15 दिन में आएगी रिपोर्ट
लखनऊ से आई आइआइटीआर की टीम ने प्रयागराज के दो स्थानों से गंगाजल का सैंपल लिया।

प्रयागराज, जेएनएन। गंगा किनारे शव दफनाने और नदी में शव बहने के मामले पिछले कई दिनों से सुखिर्यों में हैं। इससे गंगा जल भी प्रदूषित होने की बात कही जा रही है। इसलिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के निर्देश पर गंगा जल के सैंपल लिए जा रहे हैं। इसी क्रम में प्रयागराज में श्रृंगवेरपुर और फाफामऊ घाट से गंगा जल के सैंपल लिए गए। पखवाड़े भर में इसकी रिपोर्ट आएगी। तब पता चलेगा यहां गंगाजल में कितना प्रदूषण है।

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आइआइटीआर लखनऊ की तीन सदस्‍यीय टीम पहुंची प्रयागराज

गंगा जल का सैंपल लेने के लिए लखनऊ स्थिति भारतीय विष विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आइआइटीआर) की तीन सदस्यीय टीम श्रृंगवेरपुर घाट पहुंची। साथ में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की भी टीम थी। नदी किनारे जहां पर शव दफनाए गए हैं, उसी तरफ से उन्होंने से गंगा जल के सैंपल लिए। पीपीई किट में इस टीम ने सैंपल लिए। उसके बाद यह टीम गंगा किनारे फाफामऊ घाट पर पहुंची। वहां से उन्होंने गंगा जल का सैंपल लिया और फिर लखनऊ लौट गई।

कानपुर से वाराणसी तक गंगाजल के लिए जा रहे सैंपल

टीम के सदस्यों ने बताया कि सीपीसीबी के निर्देश पर यह सैंपल लिए जा रहे हैं। उनकी टीम कानपुर से लेकर वाराणसी तक गंगा जल की सैंपलिंग करेगी। पखवाड़े भर में जांच करके वह इसकी रिपोर्ट सीपीसीबी को सौंप दी जाएगी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि यह रिपोर्ट मिलने के बाद पूर्व की रिपोर्ट से इसका मिलान किया जाएगा। इससे पता चलेगा कि हाल के दिनों में गंगा किनारे शव दफनाने और शव बहने से जल में कितना प्रदूषण बढ़ा है।


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