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Ganga Dussehra: प्रयागराज में कुंभ मेला 2025 के सफल आयोजन को गंगा दशहरा पर संगम तट पर हुआ पूजन

Ganga Dussehra गंगा दशहरा पर गंगा-यमुना के संगम पर साधु-संतों ने पूजन किया। पूजन के माध्‍यम से वर्ष 2025 में प्रयागराज में होने वाले कुंभ मेला की सफलता की कामना की गई। संगम के अलावा गंगा के रामघाट अक्षयवट घाट दारागंज सलोरी फाफामऊ स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 09:28 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 11:50 AM (IST)
Ganga Dussehra: प्रयागराज में कुंभ मेला 2025 के सफल आयोजन को गंगा दशहरा पर संगम तट पर हुआ पूजन
गंगा दशहरा पर्व पर प्रयागराज के गंगा-यमुना नदियों के संगम में स्‍नानार्थियों की भीड़ जुटी है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में वर्ष 2025 में महाकुंभ मेला का आयोजन होना है। महाकुंभ के सफल आयोजन को लेकर गंगा दशहरा के पावन पर्व पर प्रयागराज के संगम तट पर गंगा पूजन किया गया। पूजन का संयोजन अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि, महामंत्री महंत हरि गिरी ने किया। पूजन में केंद्रीय मंत्री व निरंजनी अखाड़ा की महामंलेश्वर साध्वी निरंजन ज्योति, सांसद डॉ रीता बहुगुणा जोशी, महापौर अभिलाषा गुप्ता आदि शामिल हुए। सबने विधि विधान से पूजन किया।

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गंगा दशहरा पर प्रयागराज संगम पर श्रद्धालु उमड़े

सुरसरि, मोक्षदायिनी, पतित पावनी मां गंगा के तट पर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा है। गंगा मइया के पृथ्वी पर अवतरण पर्व 'गंगा दशहरा' की पुण्य बेला में डुबकी लगाकर हर कोई पाप, रोग-शोक से मुक्ति पाने की संकल्पना साकार करने को आतुर है। भक्तिभाव से ओतप्रोत होकर संन्यासी, नर-नारी व बच्चे गंगा मइया के आंचल में पनाह लेकर खुद को सौभाग्यशाली होने की अनुभूति कर रहे हैं।

गंगा के अन्‍य घाटों पर भी हो रहा स्‍नान, पूजन-अर्चन

जेष्ठ शुक्ल पक्ष दशमी तिथि रविवार की भोर से गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती के संगम में डुबकी लगने का सिलसिला शुरू हो गया था। संगम के अलावा गंगा के रामघाट, अक्षयवट घाट, दारागंज, सलोरी, फाफामऊ स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी है। मिथुन राशि में सूर्य व शुक्र तथा वृष राशि में बुध व राहु ग्रह के संचरण, चित्रा नक्षत्र, परिघ योग में पड़े गंगा दशहरा को लेकर श्रद्धालुओं में ज्यादा उत्साह है।

श्रद्धालु संकल्प के साथ कर रहे गंगा स्नान

गंगा में स्नान करने से पहले अपनी गलतियों का प्रायश्चित कर रहे हैं। प्रायश्चित के बाद भविष्य में गलत कार्य न करने का संकल्प लेकर डुबकी लगा रहे हैं। स्नान के बाद तीर्थ पुरोहितों के निर्देशानुसार पूजन कर जल भरा घड़ा, छाता, मिष्ठान, फल, तिल आदि का दान करके आशीर्वाद ले रहे हैं। स्नान-दान का सिलसिला दोपहर बाद तक चलता रहेगा।

जनकल्याण को होगा अनुष्ठान

कोरोना संक्रमण का प्रभाव खत्म करके जनकल्याण की संकल्पना साकार करने के लिए संत संगम तट पर पूजन करेंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि, महामंत्री महंत हरि गिरि के नेतृत्व में संत व श्रद्धालु रविवार को दोपहर बाद विधि-विधान से गंगा मइया का पूजन करेंगे।


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