Ganga-Yamuna Flood in Prayagraj: संगम नगरी में बाढ़ की विभीषिका, तस्वीरों में देखें क्या है हालात
Ganga-Yamuna Flood in Prayagraj गंगा और यमुना नदियों के बाढ़ ने प्रयागराज में स्थिति को गंभीर बना दिया है। शहर के इलाके गांव खेत सड़कें आदि बाढ़ के पानी में जलमग्न हो चुके हैं। लोग घरों को छोड़कर बाढ़ राहत शिविर में रह रहे हैं। तस्वीरों में बाढ़ विभीषिका देखें।
प्रयागराज, जेएनएन। गंगा और यमुना के बाढ़ से प्रयागराज में स्थितियां प्रतिकूल हो रही हैं। बाढ़ की विभीषिका से हजारों परिवार बेघर हो चुके हैं। वे बाढ़ राहत शिविर में शरण लेने पर विवश हैं। गंगा-यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। अभी भी दोनों नदियों में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में कछारी इलाकों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के कस्बे और गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। रास्ते, खेत और घर पानी में डूब चुके हैं। ऐसे में यहां हम आपको विभिन्न इलाकों की बाढ़ की स्थिति का नजारा संबंधित तस्वीरों के माध्यम से दिखा रहे हैं।
प्रयागराज शहर के रसूलाबाद मोहल्ले में बाढ़ का पानी घुस चुका है। यहां की सड़कों पर पानी भरा है। विषम परिस्थिति में भी लोग हंसी-ठिठोली कर मन की टीस को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा ही एक नजारा दिखा। यह एक बच्चे को कृत्रिम नाव बनाकर बैठाने की फोटो है।
यह फोटो यमुनापार इलाके की है। यहां गंगा का पानी गांव में पहुंचा तो प्लास्टिक के टब में मासूम को बैठाकर नौका विहार का आनंद परिवार के लोग दिलाने का प्रयास कर रहे हैं।
एक ओर गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं तो मस्ती करने वालों की भी कमी नहीं है। शास्त्री पुल से गंगा नदी में कूदता युवक।
प्रयागराज शहर के करेली इलाके में बनी एसटीपी में भरा बाढ़ का पानी।
शहर के छोटा बघाड़ा इलाके में बाढ़ का पानी घरों के अंदर पहुंच गया है। नाव के माध्यम से घरों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान तक ले जाते बचाव कर्मचारी।
यमुनापार के मेजा क्षेत्र में टोंस नदी का पानी भी बढ़ गया है। गंगा की सहायक इस नदी के जलस्तर में वृद्धि से तटीय इलाकों में पानी भर गया है। तस्वीर में आवश्यक सामान को सुरक्षित स्थान पर ले जाता युवक।