हाईवे पर यात्रियों को लूटने वाला गिरोह कार से निकलता था, गिरोह के सदस्य प्रयागराज में वारदात को देते थे अंजाम
प्रदेश के कई जिलों में यह गैंग वारदात कर चुका था। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि वह एक जिले में छह माह से अधिक समय तक नहीं रुकते थे। छह माह तक एक ही जिले में घटना करते रहते थे। इसके बाद दूसरे जनपद में चले जाते थे।
प्रयागराज, जेएनएन। मेजा पुलिस और एसओजी यमुनापार ने दो दिन पहले जिस गिरोह को पकड़ा था, वह बेहद शातिर है। हाईवे पर यात्रियों को लूटने वाला यह गिरोह कार से निकलता था। इसमें बैठे बदमाश खुद को यात्री बताते थे। हाइवे पर किसी यात्री के मिलने पर उसे बैठा लेते थे। रास्ते में बातचीत के दौरान उसके बैग और अटैची से रुपये और आभूषणा निकाल लेते थे और उसे भनक तक नहीं लगती थी। करीब चार माह से यह खेल जिले में चल रहा था। पुलिस ने इस गैंग काे पकड़ा तो कई मामलों का राजफाश हो गया।
हर छह माह के बाद बदल देते थे ठिकाना
प्रदेश के कई जिलों में यह गैंग वारदात कर चुका था। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि वह एक जिले में छह माह से अधिक समय तक नहीं रुकते थे। छह माह तक एक ही जिले में घटना करते रहते थे। इसके बाद दूसरे जनपद में चले जाते थे। मीरजापुर, भदोही, कौशांबी, प्रतापगढ़, चित्रकूट आदि जिलों में वे घटनाएं कर चुके हैं।
किराए पर लेते थे कार
बदमाश यात्रियों को लूटने के लिए किराए पर कार लेते थे। जिस जनपद में वे जाते, वहां किसी की कार किराए पर ले लेते थे। एक दिन का दो से तीन हजार रुपये देते थे। कार मालिक से कहते कि वह चालक है और ट्रैक्सी के रूप में कार चलाएगा। यात्री मिले या न मिले, प्रतिदिन दो से तीन हजार रुपये किराए के रूप में देंगे। कार मालिक भी अधिक रुपये मिलने के लालच में अपने वाहन को किराए पर दे देता था।
कैसे आए थे शिकंजे में
मेजा पुलिस और एसओजी को पता चला कि बदमाशों का गैंग भोलन तिराहे के पास से गुजरने वाला है। सूचना पाते ही पुलिस टीम ने घेराबंदी कर पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया था। इसमें मो. असलम सिद्दीकी निवासी रामपुर औद्योगिक क्षेत्र, अमजद सिद्दकी निवासी बुदावां घूरपुर, घनश्याम भारतीया निवासी बेवहरा, शुभम केसरवानी निवासी जसरा व कुलदीप श्रीवास्तव निवासी पुरवा खास औद्योगिक क्षेत्र शामिल थे। इनके पास से लूट के रुपये, आभूषण आदि बरामद किया गया था।