अटाला बवाल में फर्नीचर कारीगर भी गिरफ्तार, बताया कि आखिर क्यों शामिल हुआ उपद्रव में
रविवार को करेली पुलिस ने मो. तौसीफ अली को भी दबोच लिया। ऐनुद्दीनपुर मोहल्ला निवासी तौसीफ फर्नीचर बनाने का काम करता था। बयान के आधार पर अब उसके एक साथी की भी तलाश शुरू हो गई है। इस मामले में अब तक 104 अभियुक्तों पर कार्रवाई हो चुकी है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अटाला बवाल के मामले में रविवार को करेली पुलिस ने मो. तौसीफ अली को भी दबोच लिया। ऐनुद्दीनपुर मोहल्ला निवासी तौसीफ फर्नीचर बनाने का काम करता था। बयान के आधार पर अब उसके एक साथी की भी तलाश शुरू हो गई है। इस मामले में अब तक 104 अभियुक्तों पर कार्रवाई हो चुकी है।
पोस्टर के जरिए हुई पहचान, साथी की भी तलाश
बवाल में शामिल रहे 59 उपद्रवियों की पहचान न होने पर पोस्टर जारी किया गया था। पोस्टर को चौराहे से लेकर गलियों और स्टेशन के आसपास चस्पा किया। बताया गया कि पोस्टर देखकर ही कुछ लोगों ने पुलिस को तौसीफ के बारे में जानकारी दी। पुलिस ने तस्दीक करते हुए उसके घर पर छापेमारी की तो पता चला कि उपद्रव के बाद से नहीं आया। तब उसके साथियों को उठाकर पूछताछ की गई, जिसके बाद सुराग मिल गया। रविवार को लोकेशन ट्रेस होते ही करेली पुलिस ने घेराबंदी कर तौसीफ को दबोच लिया।
अखलाक के कहने पर उपद्रव में हुआ था शामिल
इंस्पेक्टर करेली अरविंद कुमार गौतम ने बताया है कि तौसीफ को मस्जिद के सफाईकर्मी अखलाक ने विरोध प्रदर्शन में चलने के लिए कहा था। इसके बाद वह अखलाक के साथ अटाला गया, जहां उपद्रव होने लगा। तब उसने भी पुलिस पर पथराव करने के साथ तोड़फोड़ की थी। बवाल के बाद घर छोड़कर रिश्तेदार के यहां पनाह ले ली थी। अब उसके साथी की तलाश चल रही है। अखलाक को पहले ही जेल भेज दिया गया था, लेकिन उसका ब्रेनवाश करने वाला मुतवल्ली हाफिज अभी फरार है। जुमे की नमाज के बाद 10 जून को अटाला में बवाल हुआ था। उपद्रवियों ने पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी की थी। अब तक 104 उपद्रवियों को गिरफ्तार करते हुए जेल व बाल संप्रेक्षण गृह में भेजा जा चुका है।