लाइफलाइन एक्सप्रेस में निश्शुल्क ओपीडी सेवा की शुरुआत Prayagraj News
लाइफलाइन एक्सप्रेस की शुरुआत विकलांग वयस्कों और बच्चों के लिए ऑन-द-स्पॉट नैदानिक चिकित्सा और उन्नत सर्जिकल उपचार प्रदान करने के लिए वर्ष 1991 में हुई थी।
प्रयागराज,जेएनएन । उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बुधवार को सूबेदारगंज स्टेशन पर लाइफलाइन एक्सप्रेस की ओपीडी सेवाओं का शुभारंभ किया। महाप्रबंधक ने कहा कि लाइफलाइन एक्सप्रेस का रेलवे कॉलोनियों सहित निकटस्थ क्षेत्रों में पर्याप्त प्रचार किया जाना चाहिए, ताकि इसका लाभ समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों तक पहुंचे।
1991 में हुई थी शुरुआत
भारतीय रेल, इंपैक्ट इंडिया फाउंडेशन और स्वास्थ्य मंत्रालय की संयुक्त पहल के रूप में लाइफलाइन एक्सप्रेस की शुरुआत विकलांग वयस्कों और बच्चों के लिए ऑन-द-स्पॉट नैदानिक, चिकित्सा और उन्नत सर्जिकल उपचार प्रदान करने के लिए वर्ष 1991 में हुई थी। लाइफलाइन एक्सप्रेस ट्रेन विशेष रूप से डिजाइन किए गए वातानुकूलित डिब्बों से बनी है। वर्ष 2007 में भारतीय रेलवे ने इस सेवा के लिए पांच नए कोच प्रदान किए थे।
लाइनलाइन एक्सप्रेस में क्या है खास
लाइफलाइन एक्सप्रेस का पहला कोच एक पावर कार है। इसमें एक स्टाफ कंपार्टमेंट और पेंट्री एरिया भी है। इसके अतिरिक्त गाड़ी में पीछे की तरफ 12-बर्थ वाला स्टाफ कंपार्टमेंट/क्वार्टर, किचन यूनिट, वॉटर प्यूरीफायर, गैस स्टोव, इलेक्ट्रिक ओवन और रेफ्रिजरेटर है। दूसरे कोच में मेडिकल स्टोर है, साथ ही दो आटोक्लेव इकाइयां शामिल हैं। इसमें एक ड्राइंग रूम भी है। ट्रेन में तीन ऑपरेटिंग टेबल वाला एक मुख्य ऑपरेशन थियेटर और दो टेबल के साथ एक दूसरा स्वयं-संचालित ऑपरेटिंग थियेटर है। मुख्य थिएटर के बगल में एक छह बेड का रिकवरी रूम है। इसके अतिरिक्त ट्रेन में एक नेत्र परीक्षण कक्ष, एक दंत इकाई, एक प्रयोगशाला, एक एक्स-रे इकाई और एक बड़ी एलसी डी डिस्प्ले वाला एक सभागार है। ट्रेन में पब्लिक एड्रेस सिस्टम और क्लोज-सर्किट टीवी भी है। उद्घाटन अवसर पर प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आनंद टंडन, सभी प्रमुख विभागाध्यक्ष, मंडल रेल प्रबंधक इलाहाबाद अमिताभ एवं इम्पैक्ट इंडिया फाउंडेशन के डॉक्टर एवं सदस्य मौजूद रहे।