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बेटे को फौजी बनाने के नाम पर मां से ठगी, चार लाख रुपये हड़प लिए, प्रयागराज की घटना

बेटे को फौज में क्लर्क की नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक महिला से चार लाख रुपये की ठगी कर ली गई। काफी समय बीतने पर भी जब नौकरी नहीं मिली तो उसने रुपये वापस मांगे जिस पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 08:11 AM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 08:11 AM (IST)
बेटे को फौजी बनाने के नाम पर मां से ठगी, चार लाख रुपये हड़प लिए, प्रयागराज की घटना
रुपये मांगने पर दी जा रही जान से मारने की धमकी, पुलिस ने शुरू की है जांच

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। बेटे को सेना में भर्ती कराने के नाम पर मां से ठगी का केस पुलिस के पास पहुंचा है। फौज में क्लर्क की नौकरी दिलाने का झांसा देकर महिला सेसे चार लाख रुपये की ठगी कर ली गई। काफी समय बीतने पर भी जब नौकरी नहीं मिली तो उसने रुपये वापस मांगे, जिस पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पीड़ित ने जार्जटाउन थाने में मुकदमा दर्ज कराया। अब पुलिस ने इस केस की छानबीन शुरू की है।

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पुत्र मोह में मां ने दिए थे पैसे और अब ठगी का कराया केस

अल्लापुर में रहने वाले कृपाशंकर त्रिपाठी के पुत्र कौशल की दोस्ती सरायइनायत के कोटवा गांव के रहने वाले मयंक और उसके भाई मानवेंद्र शुक्ला से थी। दोनों उसके घर आते-जाते थे। कौशल कोई काम नहीं करता था, जिस कारण दोनों भाइयों ने उसे ठगने की साजिश रची। वर्ष 2020 में मयंक ने कौशल की मां धर्मावती देवी को झांसा दिया कि उनके पुत्र को फौज में क्लर्क की नौकरी दिला देगा। लेकिन इसके लिए चार लाख रुपये लगेंगे। धर्मावती ने उसकी बात मान ली और चार लाख रुपये दे दिया। काफी दिन तक नौकरी न मिलने पर जब धर्मावती ने मयंक से पूछा तो वह एक लाख रुपये और मांगने लगा। जिस पर उनको संदेह हुआ और रुपये वापस मांगनी लगीं। जिस पर उनको धमकी दी जाने लगी। आरोप लगाया कि मानवेंद्र शुक्ला धमकी दे रहा है। जार्जटाउन इंस्पेक्टर कृष्ण मोहन सिंह का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

अधिवक्ता से भी ठगी का मुकदमा

प्रयागराज : अल्लापुर निवासी अधिवक्ता केश कुमार तिवारी ने जार्जटाउन थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि उन्होंने सुलेमसराय के रहने वाले सुधीर गुप्ता से प्रापटी खरीदने के लिए 47 लाख में इकरारनामा कराया। नौ लाख रुपये एडवांस दिया। बाद में पारिवारिक विवाद बढ़ने पर प्रापटी बेचने के लिए 58 लाख रुपये में इकरारनामा हुआ। इस पर चार लाख रुपये फिर दिए। लेकिन सुधीर ने प्रापर्टी उनको देने के बजाए अपने भाई के नाम कर दिया था। रुपये भी नहीं वापस दिए। जार्जटाउन पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।


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