इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हुई हिंसा मामले में चार और छात्रों पर रिपोर्ट
इसके अलावा शनिवार को पुलिस ने 11 और उपद्रवी छात्रों को चिह्नित कर उनके खिलाफ भी मुकदमा कायम किया।
इलाहाबाद (जागरण संवाददाता)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हॉस्टल खाली कराने को लेकर शुक्रवार को हुए बवाल में चार और छात्रों के खिलाफ एफआइआर हुई है। इसके अलावा शनिवार को पुलिस ने 11 और उपद्रवी छात्रों को चिह्नित कर उनके खिलाफ भी मुकदमा कायम किया।
अब तक 57 छात्रों पर नामजद व दो हजार अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज हुई है। पहली रिपोर्ट चौकी प्रभारी विश्वविद्यालय नरेंद्र प्रताप की ओर से लिखवाई गई है, जबकि दूसरी भू एवं गृहीय विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अजय कुमार राय ने कार जलाने की दर्ज कराई है। वहीं राकेश कुमार विश्वकर्मा ने तीन बसों में तोड़फोड़ करने की और जौनपुर के चालक राकेश यादव ने बस में आगजनी की एफआइआर लिखाई है। थरवई निवासी महेंद्र कुमार ने बस पर पथराव व आगजनी करने का मुकदमा दर्ज कराया है।
इंस्पेक्टर कर्नलगंज एसएन त्रिपाठी ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में भी कई वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया है। उन मामलों की तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। नामजद 57 अभियुक्त छात्रों में 22 नैनी जेल में बंद हैं। सीओ कर्नलगंज विजय शंकर तिवारी ने बताया कि उपद्रव में शामिल रहे अन्य छात्रों की भी तलाश में छापामारी की जा रही है।
जेल से आकर दो छात्रों ने दी परीक्षा: शुक्रवार को गिरफ्तार दो छात्र नेताओं शैलेंद्र मौर्य और देवमणि मिश्र ने जेल से आकर परीक्षा दी। उन्हें पुलिस कस्टडी में लाया गया। परीक्षा पूरी होने के बाद छात्रों को वापस जेल भेज दिया गया।
महिला छात्रवास में सभा: शोध प्रतिनिधि आभा यादव के नेतृत्व में शनिवार को महिला छात्रवास में सभा हुई। इसमें कुलपति के तानाशाही रवैये पर चिंता जताई गई। छात्रओं का कहना है कि कुलपति दबंग अधीक्षिकाओं के माध्यम से मारपीट और र्दुव्यवहार करा रहे हैं। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसमें जागृति सिंह, कल्पना सिंह, एकता तिवारी, मानसी यादव, रूपाली मिश्र, निकिता सिंह आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहीं।
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अब आर-पार की लड़ाई: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की बैठक शनिवार को विश्वविद्यालय चौराहा स्थित कार्यालय में हुई। इसमें शुक्रवार को हुई घटना की घोर निंदा की गई। महानगर मंत्री रिंकू पयासी ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति ने अपने ही छात्रों पर लाठीचार्ज कराकर कुत्सित मानसिकता का परिचय दिया है। कहा कि अब छात्र भ्रष्टाचार के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ेंगे।
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