Move to Jagran APP

PDA: संगमनगरी में पौने चार सौ सीलिंग की कार्रवाई, प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने शासन को भेज दी रिपोर्ट

शहर में अवैध तरीके से होने वाले निर्माणों को कुछ विकास प्राधिकरणों द्वारा सील करने की शिकायत शासन तक पहुंची थी। शिकायत करने वालों ने आरोप लगाए थे कि कतिपय अभियंताओं द्वारा मनमाने तरीके से सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है

By Ankur TripathiEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 06:30 AM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 06:30 AM (IST)
PDA: संगमनगरी में पौने चार सौ सीलिंग की कार्रवाई, प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने शासन को भेज दी रिपोर्ट
पीडीए ने करीब पौने चार सौ सीलिंग की कार्रवाई की है। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। संगमनगरी में प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) द्वारा करीब पौने चार सौ सीलिंग की कार्रवाई की गई है। प्राधिकरण द्वारा इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है। सरकार द्वारा 2017 के बाद से सीलिंग के मामलों की जांच पूरे प्रदेश में कराई जा रही है। ऐसे में जांच में यह बात साफ हो जाएगी कि लगभग पौने चार सौ सीलिंग की कार्रवाई में कितनी सही और कितनी मनमाने तरीके से की गई है।

loksabha election banner

शासन तक पहुंची थी शिकायत

शहर में अवैध तरीके से होने वाले निर्माणों को कुछ विकास प्राधिकरणों द्वारा सील करने की शिकायत शासन तक पहुंची थी। शिकायत करने वालों ने आरोप लगाए थे कि कतिपय अभियंताओं द्वारा मनमाने तरीके से सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है। इसके मद्देनजर शासन ने वर्ष 2017 के बाद से प्रयागराज समेत सूबे के सभी 22 विकास प्राधिकरणों में ऐसे मामलों की जांच शुरू करा दी है। संगमनगरी में सिविल लाइंस, अशोक नगर, अल्लापुर, कालिंदीपुरम, गोविंदपुर कालोनी, राजरूपपुर, करैली, लूकरगंज, बैरहना, नैनी, झूंसी, फाफामऊ समेत शहर के अन्य हिस्सों में करीब पौने चार सौ सीलिंग की कार्रवाई होने की बात अफसर कह रहे हैं।

गलत सीलिंग करने वालों पर हो सकती है कार्रवाई

एक अफसर ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा की गई सीलिंग की रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। माना जा रहा है कि सीलिंग की कार्रवाई गलत तरीके से करने वाले अभियंताओं पर कार्रवाई भी की जा सकती है। पीडीए के खिलाफ तमाम लोगों की शिकायत रही है कि धन उगाही की मांग पूरी नहीं करने पर गलत ढंग से मकान को सील कर दिया गया जबकि नक्शा पास कराकर सही तरीके से निर्माण कराया जा रहा था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.