इंडियन गर्ल्स इंटर कॉलेज में मी टू के मिले साक्ष्य, जानिए सच
इंडियन गर्ल्स इंटर कॉलेज में मी टू का मामला सही पाया गया। पुलिस को इसके साक्ष्य मिले हैं। अब आरोपितों पर चार्जशीट लगाने की तैयारी है।
प्रयागराज : इंडियन गर्ल्स इंटर कॉलेज में सामने आया मी टू का मामला सच पाया गया। साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस अब कार्रवाई की तैयारी में है। कॉलेज प्रबंधक समेत अन्य के खिलाफ साक्ष्य संकलन पूरा हो गया है। अब पुलिस चार्जशीट लगाने वाली है। शहर में मी टू के इस पहले मामले को लेकर हंगामा खड़ा हो गया था। कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद जांच महिला थाने को सौंप दी गई थी।
जमकर विरोध-प्रदर्शन भी हुआ था
देशभर में मीटू को लेकर मचे बवाल के बीच इंडियन गल्र्स इंटर कॉलेज के प्रबंधक सहदेव मुखर्जी, प्रधानाचार्य नीलम भूषण और पूर्व प्रधानाचार्य शोभा सरकार के खिलाफ कोतवाली थाने में छेड़खानी, यौन उत्पीडऩ, प्रताडऩा, धमकी और साजिश रचने की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। रिपोर्ट कॉलेज की सहायक अध्यापिका ने दर्ज कराई थी। मुकदमा दर्ज होने के बाद जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। कार्रवाई की मांग को लेकर जिले की शिक्षिकाएं सड़क पर उतरीं।
महिला थाने को सौंपी गई थी जांच
चूंकि मामला महिला से संबंधित था इसलिए एसएसपी नितिन तिवारी ने जांच महिला थाना प्रभारी को सौंप दी थी। महिला इंस्पेक्टर ने वादी, आरोपितों के साथ ही अन्य स्टाफ का बयान दर्ज कर साक्ष्य संकलन किया। मामला सही पाया गया है। पुलिस की जांच में पाया गया कि कॉलेज में मीटू का खेल चला था।
आरोपितों के खिलाफ दर्ज होगी चार्जशीट
अब पुलिस एक या दो दिन में आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर देगी। इसके बाद प्रबंधक समेत अन्य जेल जा सकते हैं। कॉलेज की करीब 16 शिक्षिकाओं ने आरोपों की पुष्टि करते हुए अपने बयान दर्ज कराए।
क्या हैं आरोप
- प्रबंधक अश्लील बातें करते हैं।
- जबरन छूते हैं, बहाने से हाथ पकड़ लेते हैं।
- कक्ष में बुलाकर पैर छूने को मजबूर किया जाता है।
- आशीर्वाद के बहाने शिक्षिकाओं के शरीर पर हाथ लगाते हैं।